ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है? और इसे कैसे करें? I Option Trading in Hindi.

ऑप्शन ट्रेडिंग, स्टॉक मार्केट में आने के लिए हर किसी को आकर्षित करता है। आज हम जानेंगे आखिर ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है?, क्या ऑप्शन ट्रेडिंग आसान है?, अगर नहीं तो क्यों? अगर हां तो इसे कैसे किया जाता है?

अगर आप भी ट्रेडिंग करके खूब सारा पैसा कमाना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं क्योंकि आज मैं आपको इस आर्टिकल में ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूं जैसे– शेयर मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग क्या होती है और नए लोग ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखें, ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं, यह कितने प्रकार की होती हैं, शेयर मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग करके पैसे कैसे कमाए आदि।

आजकल हम देखते हैं कि लोग शेयर मार्केट में ऑनलाइन ऑप्शन ट्रेडिंग करके लाखों रुपए कमा रहे हैं। ऐसे में हमारे मन में भी सवाल आता है कि आखिर Option trading kya hai? और इससे पैसे कैसे कमाए जा सकता है?

आज इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको ऑप्शन ट्रेडिंग से जुड़े हर सवाल का जवाब मिल जाएगा और अगर आप Stock Market में बिल्कुल beginner भी हैं तो भी आप इसे अच्छे से समझ पाएंगे।

इसके अलावा मैं आपको ऑप्शन ट्रेडिंग से संबंधित कुछ जरूरी बातें भी बताऊंगा। मैं वादा करता हूं अगर आपने इस आर्टिकल को अंत तक पूरा पढ़ लिया तो आपके मन में Option Trading से संबंधित कोई भी डाउट नहीं रहेगा।

Table of Contents

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है? | What is Option Trading in Hindi?

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है?
What is Options Trading in Hindi

ऑप्शन ट्रेडिंग को अच्छे से समझने के लिए सबसे पहले आपको जानना होगा कि कॉन्ट्रैक्ट क्या होता है?, डेरिवेटिव क्या होता है? और फ्यूचर क्या होता है? तभी आप ऑप्शन ट्रेडिंग को अच्छे समझ पाएंगे इसके लिए आप हमारे previous पोस्ट को पढ़ सकते हो।

ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसा तरीका है जिसके द्वारा आप किसी स्टॉक, इंटेक्स, कमोडिटी, करेंसी या बेंचमार्क को खरीदने या बेचने का अधिकार खरीदते या बेचते हैं।

यह अधिकार एक निश्चित अवधि के लिए होता है, जो आमतौर पर एक कैलेंडर महीने के अंतिम गुरुवार को समाप्त होता है। यह कॉन्ट्रैक्ट आपको विकल्प देते हैं, लेकिन दायित्व नहीं, अर्थात आप चाहे तो डिलीवरी ले सकते हो या नहीं भी कोई दिक्कत नहीं होता है।

मैं उम्मीद करता हूं आपको यह किताबी डेफिनेशन समझ में नहीं आ रहा होगा कोई बात नहीं मैं इसे एग्जांपल के माध्यम से काफी सरल शब्दों में समझाने की कोशिश करता हूं-

ऑप्शन के एग्जांपल (Example of option)

ऑप्शन असल में होता क्या है उसे अब हम एक बहुत आसान एग्जांपल से समझते हैं इमेजिन करिए की आपको कोई कार खरीदनी है आप शोरूम गए आपको कार पसंद आई लेकिन उस कार का आपको black कलर चाहिए और अभी ही चाहिए अगले 10, 15 दिनों में ही

क्योंकि आपको आपके दोस्त से पता चला जो जीएसटी (GST) ऑफिस पर काम करता है कि अगले महीने कारों (Cars) पर टैक्स बढ़ाने वाला है तो अगले महीने कार महंगी हो जाएगी इसीलिए आपको इसी महीने खरीदना है,

लेकिन शोरूम वाला कहता है कि इस कार का सफेद रंग तो अवेलेबल है black रंग अगले महीने तक अवेलेबल होगा अब आप फस गए ना, अब आप क्या करोगे या तो इस महीने आप सस्ते में वाइट (Whit) कलर खरीद लो या अगले महीने के लिए रुको लेकिन तब जीएसटी बढ़ाने के कारण कार का दाम बढ़ जाएगा और आपको कार महंगी पड़ेगी,

तो ऐसे में आपको शोरूम वाला एक ऑप्शन देता है कि आप आज मुझे ₹10,000 दो और इस कार की बुकिंग करा लो, क्योंकि आपकी बुकिंग आज की हो गई है, तो जीएसटी भी आप पर आज के हिसाब से लगेगा एक महीने बाद चाहे कितना भी जीएसटी बढ़े मैं आपसे आज का जो कार का दाम है उसी दाम के हिसाब से पैसे लूंगा,

तो आपको क्या बेनिफिट हुआ, पसंद का कलर भी मिल रहा है और दूसरा आज के दम पर भी मिल रहा है, तो आप ₹10,000 बुकिंग अमाउंट दे देते हैं अब एक महीने बाद आपके दोस्त की कही हुई बात गलत निकलती है

जीएसटी बढ़ता नहीं जीएसटी काम हो जाता है जिससे कार तो ₹20,000 सस्ती हो गई लेकिन आपने तो पिछले महीने बुकिंग करा ली थी और बुकिंग करते समय आपको शोरुम वाले ने क्या बोला था कि आपको पिछले महीने वाला दाम मिल जाएगा,

तो पिछले महीने दम था 5 लख रुपए अब दम हो गया है 4 लाख 80 हजार रुपए और अपने ₹10,000 ऑलरेडी दिए हुए हैं यानी पिछले महीने का अगर कार का दाम है 5 लाख, अपने 10,000 दिए हुए हैं तो आपको 4,90,000 और देने हैं और आपको वह गाड़ी मिल जाएगी,

लेकिन अगर आप आज ही खरीदते हैं तो वह 4 लाख 80 हजार की हो गई है तो ऐसे में क्या आप पिछले महीने जो आपने बुकिंग कराई थी उसमें और 4 लाख 90,000 देंगे, यह कहा कि समझदारी हुई इससे अच्छा तो उस बुकिंग को भूल जाओ, भूल जाओ की ₹10000 दिए थे वह डूब जाए और आप आज नई बुकिंग करा कर 4 लाख 80 हजार में गाड़ी ले लो,

यह एग्जांपल समझ में आया सिंपल था इसे ही अब हम शेयर बाजार के एग्जांपल से समझते हैं जिससे ऑप्शंस आपको बिल्कुल क्लियर हो जाएगा।

ये जो ₹10000 बुकिंग अमाउंटमिल था ना, आप बस इतना जान लीजिए की यह प्रीमियम है, जब हम शेयर बाजार में फ्यूचर ऑप्शन का बात कर रहे हैं तो ये जो 10,000 बुकिंग अमाउंट था ये ऑप्शन का प्रीमियम अमाउंट है इतना याद रखें।

अब चलिए एक शेयर बाजार का एग्जांपल देते हैं-

शेयर बाजार में ऑप्शन ट्रेडिंग के एग्जांपल-

मान लीजिए आपको एक ऐसी टीवी कंपनी पसंद है जो अगले महीने अगले 5 साल के IPL राइट्स के लिए bid करने वाली है BCCI के पास, यानी ये चांस है कि अगले महीने में 5 साल तक टीवी पर आईपीएल दिखाने का ठेका इस टेलीविजन कंपनी को मिल जाएगा,

आज इस टेलीविजन कंपनी का शेयर ₹100 का है, आपको यह लगता है कि अगर आईपीएल का ठेका मिल जाए तो इस कंपनी को बहुत मुनाफा होने वाला है और मार्केट यह समझता है,

इसलिए जैसे ही ठेका मिलेगा यह शेयर का दाम 100 से बढ़कर ₹200 हो जाएगा लेकिन आप सीधा जाकर ₹100 में शेयर्स खरीदना नहीं चाहते क्योंकि आपको डर है की दो और कंपनियों ने भी बोली लगाई है,

ऐसे में अगर इस कंपनी को नहीं मिला आईपीएल के राइट्स तो ये जो ₹100 बढ़ चढ़कर इस उम्मीद में इस शेयर का दाम हुआ है कि हो सकता है, इसको आईपीएल का राइट मिल जाए वे उम्मीद जब धराशाई होगी तो ये शेयर जो आज 100 रुपए का है वह हो सकता है 50 रुपए का हो जाए,

तो अब आप इस दुविधा में फंस गए आपको पता है आईपीएल (IPL) के Rights गए तो ये 100 का 200 हो जाएगा लेकिन नहीं मिले ना तो ये 100 का 50 हो जाएगा अब आप ₹50 का रिस्क लेना नहीं चाहते तो अब आप क्या करेंगे

फिर से वह कार और शोरुम वाले एग्जांपल को इस एग्जांपल के साथ मिक्स करते हैं मान लीजिए मेरा कार का नहीं शेयर्स बेचने का शोरूम है आप मेरे शोरूम आते हैं, एक ABC कंपनी है जो टेलीविजन वाली कंपनी है इसका शेयर आपको पसंद आया लेकिन यही डर है आईपीएल का राइट मिला तो 200 नहीं मिला तो 50 तो आप लेने से डर रहे हैं,

तो मैं आपको क्या बोलता हूं कि ठीक है एक महीने बाद है ना आईपीएल की bidding आज है 1 तारीख, 30 तारीख को आईपीएल के bidding है

मैं आपको वो bidding के बाद यानी 1 फरवरी को यह शेयर दूंगा जब bidding हो चुकी होगी, चीज क्लियर हो चुकी होगी एक तारीख को मैं शेयर दूंगा, मैं आपको ₹100 पर ही दूंगा चाहे आईपीएल का राइट मिले और शेयर 200 हो जाए तो भी मैं आपको 1 तारीख को ₹100 में शेयर दे दूंगा चाहे शेयर का दाम गिरे तो भी आप मेरे से ₹100 पर शेयर ले सकते हो,

यह मैं आपको ऑप्शन देता हूं बदले में आप मुझे ₹20 आज दे दो और इस शेयर की एक महीने बाद लेने की बुकिंग कर लो जैसे कार की बुकिंग थी कि एक महीने बाद कार मिल जाएगा, वैसे ही यह शेयर का बुकिंग अमाउंट ₹20 मुझे दे दो और बदले में एक महीने बाद जो भी शेयर का दम हो आप मुझसे वह शेयर ले लेना,

अब 1 महीने बाद उस कंपनी को आईपीएल के राइट्स नहीं मिलते और वह शेयर गिर के ₹50 हो जाता है तो अब सोचिए अगर मैंने शेयर ₹100 में खरीद लिया होता और वह 100 का 50 हो जाता तो मेरा कितना लॉस होता ₹50 का लेकिन मैंने क्या किया मैंने शेयर नहीं लिया मैंने शेयर की बस बुकिंग कर ली थी एक ₹20 प्रीमियम दे कर

तो अब जब शेयर ₹50 का है तो मेरे पास यह राइट है कि मैं उसे ₹100 में खरीद लूं एक महीने बाद लेकिन मैं क्यों खरीदेगा वह तो 50 का हो गया तो मैं नहीं खरीदा वह जो बुकिंग करी थी उसे बुकिंग को मैंने जाने दिया डूबने दिया तो मेरा नुकसान कितने का हुआ केवल ₹20 का जो मैंने बुकिंग कराई थी

अगर मैं शेयर ले लेता तो मेरा नुकसान होता ₹50 का, तो ऑप्शन के जरिए होने वाले नुकसान को मैंने बहुत कम कर दिया ₹50 के बदले केवल ₹20 ही मेरे प्रीमियम का नुकसान हुआ, इसका मतलब होने वाले नुकसान को हम ऑप्शन ट्रेडिंग से कम कर सकते हैं।

मैं उम्मीद करता हूं आपको ऑप्शन ट्रेडिंग समझ में आ गया होगा मैं अब तक ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे के बारे में बात किया हूं अब इसके नुकसान के बारे में थोड़ा बात कर लेते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान-

मान लीजिए अगर ठेका मिल गया होता आईपीएल का और शेयर 100 से 200 हो जाता तो क्या होता आपने ₹20 पहले प्रीमियम दिया हुआ था कि एक महीने बाद ₹100 में मुझे शेयर मिल जाएगा तो अब एक तारीख को आप ₹100 देंगे और शेयर ले लेंगे

अब शुरू में अपने ₹20 प्रीमियम दिया और अभी ₹100 दिया यानी ₹120 आपने दिया और आपको ₹200 का शेयर मिल गया यानी आपका 80 का मुनाफा हुआ अब जिस तरह हमने पिछले एग्जांपल में देखा कि ऑप्शन लेने से लॉस काम हुआ अगर आप डायरेक्ट शेयर लेते उसके मुकाबले

इस केस में आपको मुनाफा भी काम हुआ अगर आप एक महीने पहले ही सीधा शेयर ले लेते तो आपकी टोटल कॉस्ट ₹100 आता लेकिन इस केस में टोटल कॉस्ट ₹120 आया क्योंकि ₹20 तो अपने प्रीमियम दिया इस हक के लिए की एक महीने बाद आप चाहे तो शेयर ले सके, हालांकि इसमें लॉस को काटा जा सकता है लेकिन इस तरह मुनाफा भी इसमें काटता है

Options Trading Meaning in Hindi

ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसा डेरिवेटिव कांट्रैक्ट है जिसमें किसी स्टॉक या इंडेक्स को खरीदने या बेचना का अधिकार दिया जाता है लेकिन लेकिन इसमें किसी निश्चित मामले में खरीदने या बेचने का अनिवार्य करार नहीं होता है। अर्थात आप चाहे तो स्टोर का डिलीवरी कर सकते हैं नहीं तो ऐसे सिर्फ ट्रेडिंग में ही सीमित रख सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग और फ्यूचर ट्रेडिंग में अंतर (Difference between option trading and future trading.)

ऑप्शन ट्रेडिंग और फ्यूचर ट्रेडिंग के कुछ प्रमुख अंतर-

अधिकार और प्रतिबद्धता:-

  • ऑप्शन ट्रेडिंग में, एक व्यापारी को किसी संपत्ति की खरीद या बेचने का अधिकार दिया जाता है, लेकिन वह अधिकार करना आवश्यक नहीं होता है।
  • फ्यूचर ट्रेडिंग में, एक व्यापारी को निश्चित तारीख पर एक निर्धारित मूल्य पर संपत्ति की खरीद या बेचने की प्रतिबद्धता होती है। अर्थात या तो आप कॉन्ट्रैक्ट expiry से पहले कॉन्ट्रैक्ट बेच दो नहीं तो आपको डिलीवरी लेना पड़ेगा।

निवेश का आकार:-

  • ऑप्शन ट्रेडिंग में, व्यापारी केवल ऑप्शन की प्रीमियम का भुगतान करता है, जो की संपत्ति की खरीद या बेचने का अधिकार देता है। इसके अलावा, उन्हें केवल प्रीमियम तक ही हानि हो सकती है।
  • फ्यूचर ट्रेडिंग में, व्यापारी को वास्तविक संपत्ति की खरीद या बेचने के लिए पूरी रकम से कम भुगतान करना पड़ता क्योंकि इसमें कुछ मार्जन होता है और प्रीमियम से अधिक भुगतान करना पड़ता है। इससे उनकी हानि अधिक भी हो सकती है।

संबंधित रिस्क:-

  • ऑप्शन ट्रेडिंग में, व्यापारी केवल प्रीमियम का भुगतान करता है, इसलिए उनका नुकसान सीमित होता है।
  • फ्यूचर ट्रेडिंग में हानि अधिक भी हो सकती है, क्योंकि यहां प्रीमियम से अधिक भुगतान करना पड़ता है।

क्या ऑप्शन ट्रेडिंग से एक दिन में लाखों कमाए जा सकता है?

ऑप्शन ट्रेडिंग से एक दिन में लाखों क्या उसे ज्यादा भी कमाया जा सकता है लेकिन उसके लिए सबसे पहले आपको स्टॉक मार्केट को अच्छे से सीखना पड़ेगा और इसको अच्छा खासा टाइम देना होगा लगभग 2 से 3 साल और उसके बाद स्टॉक मार्केट के हर छोटी बड़ी चीजों को काफी विस्तार से समझना होगा उसके बाद आप इस मुकाम तक पहुंच पाएंगे।

स्टॉक मार्केट एक बिजनेस है और बिजनेस से unlimited income क्या जा सकता है अर्थात आपने जितना क्षमता हो उतना कमा सकते हो इसके लिए आपके पास दो चीज होना जरूरी है पहले सही नॉलेज और दूसरा पर्याप्त कैपिटल होना जरूरी है।

कैपिटल तो आपको खुद कमाना पड़ेगा और बात रही नॉलेज का यह आपको हमारे वेबसाइट और यूट्यूब चैनल से आपको फ्री में मिल जाएगा,

अभी के टाइम में ज्ञान काफी आसानी से मिल जाता है बस आप में सीखने की इच्छा हो और आपके पास टाइम हो तो सीख सकते हो इसलिए स्टॉक मार्केट में पहले कुछ टाइम दे उसके बाद इसमें अपना पैसा लगे नहीं तो लॉस होने से आपको कोई नहीं बचा सकता है।

ऑप्शन ट्रेडिंग के प्रकार | Types of Option Trading.

Types of Option Trading.
Types of Option Trading.

ऑप्शन ट्रेडिंग दो प्रकार का होता है।

  • Option Buying,
  • Option Selling.

ऑप्शन बाइंग क्या है? | What is Option Buying?

“ऑप्शन बाइंग” एक वित्तीय अनुप्रयोग है जिसमें एक व्यक्ति एक ऑप्शन की खरीद करता है, अर्थात वह ऑप्शन का मालिक बनता है।

ऑप्शन buying में आपको केवल प्रीमियम पे करना पड़ता है इसलिए ऑप्शन वाइन सबसे छोटे कैपिटल से शुरू किया जा सकता है।

ऑप्शन buying में लिमिटेड लॉस होता है अर्थात मैक्सिमम लॉस उसके प्रीमियम के बराबर होगा उसे अधिक नहीं हो सकता है और प्रॉफिट अनलिमिटेड हो सकता है।

लेकिन तब भी ऑप्शन buying, ऑप्शन सेलिंग से ज्यादा रिस्की है क्योंकि इसमें प्रीमियम टाइम के साथ डीके होते रहता है, जो सेलर के पक्ष में काम करता है।

ऑप्शन सेलिंग क्या है? | What is Option Selling?

जैसे कोई ऑप्शन buying करता है उसी समय कोई ऑप्शन selling भी करता है, तभी ऑप्शन का buying और selling होता है।

ऑप्शन सेलिंग को option writing भी कहते हैं, ऑप्शन सेलिंग में ऑप्शन बाइंग से काफी अधिक कैपिटल की जरूरत पड़ती है क्योंकि इसमें प्रीमियम से काफी अधिक पे करना पड़ता है।

ऑप्शन सेलिंग में अनलिमिटेड लॉस हो सकता है और प्रॉफिट लिमिटेड होता है अर्थात जितना ऑप्शन का प्रीमियम होता है मैक्सिमम प्रॉफिट इतना ही हो सकता है और लॉस कितना भी हो सकता है।

तब भी ऑप्शन सेलिंग, ऑप्शन बाइंग से काफी आसान होता है क्योंकि ऑप्शन के बहुत सारे फैक्टर जैसे Thita, Delta, Gamma, Vera & Rho ये सब ऑप्शन बाइंग के पक्ष (favour) में होता है।

ऑप्शन ट्रेडिंग में कॉल और पुट क्या होते हैं? (What is call and put in option trading Hindi)

What is call and put in option trading Hindi
What is call and put in option trading Hindi

ऑप्शन ट्रेडिंग में ऑप्शन सेलिंग में भी कॉल, पुट होता है और ऑप्शन बाइंग में भी कॉल, पुट होता है।

👉 ऑप्शन बाइंग में कॉल पुट-

अगर आप ऑप्शन बाइंग कर रहे हो और आपके नॉलेज के हिसाब से आपको लगता है की मार्केट ऊपर जाएगा तो आप कॉल बाय करोगे।

जब आपको लगेगा मार्केट नीचे जाएगा तो आप पुट बाय करोगे, जब मार्केट sideways हो जाएगा अर्थात ना ऊपर जाएगा और ना ही नीचे जाएगा उस समय आप ऑप्शन बाइंग में कुछ भी कॉल या पुट रखोगे तो टाइम डीके के कारण आपको नुकसान होगा।

👉 ऑप्शन सेलिंग में कॉल पुट-

अगर आप ऑप्शन सेलिंग कर रहे हो और आपके नॉलेज के अनुसार अगर आपको लगेगा की मार्केट ऊपर जाएगा तो पुट सेल करोगे।

जब आपको लगेगा मार्केट नीचे जाएगा तो आप कॉल सेल करोगे, जब मार्केट sideways हो जाएगा अर्थात ना ऊपर जाएगा और ना नीचे जाएगा उसे समय आप ऑप्शन सीलिंग में कुछ भी कॉल या पुट रखोगे तो टाइम डीके के कारण आपको प्रॉफिट ही होगा। इसलिए ऑप्शन सेलिंग, ऑप्शन बाइंग से आसान है।

ऑप्शन ट्रेडिंग में expiry date कब होती है?

इंडियन स्टॉक मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग में weekly और monthly expiry देखने को मिलेगा और फ्यूचर ट्रेडिंग में मंथली expiry देखने को मिलेगा।

Nifty 50 Expiry:- निफ्टी 50 weekly expiry आपको सप्ताह के बृहस्पतिवार (Thursday) को देखने को मिलता है और monthly expiry आपको month के लास्ट Thursday को देखने को मिलता है।

Bank Nifty Expiry:- बैंक निफ़्टी weekly expiry आपको सप्ताह के बुधवार (Wednesday) को देखने को मिलता है जबकि monthly expiry आपको month के लास्ट Thursday को देखने को मिलता है। लेकिन इसका Weekely एक्सपायरी को Wednesday से बदलकर Friday को कर दिया जाएगा।

Fin Nifty Expiry:- फिर निफ्टी का Weekly expiry सप्ताह के मंगलवार (Tuesday) को आता है और Monthly एक्सपायरी मंथ के लास्ट Tuesday को होता है।

Nifty Midcap Expiry:- निफ़्टी midcap weekly expiry सप्ताह के बुधवार (Wednesday) को आता है और Monthly एक्सपायरी मंथ के लास्ट Wednesday को होता है।

Stock Option Expiry:- स्टॉक के ऑप्शन का एक्सपायरी month के लास्ट बृहस्पतिवार (Thursday) को देखने को मिलता है।

Sensex Expiry:- सेंसेक्स के Weekly expiry शुक्रवार (Friday) को होता है और मंथली एक्सपायरी मंथ के लास्ट Friday को होता है।

All Future Expiry:- प्रत्येक स्टॉक और इंडेक्स का फ्यूचर उसके मंथली expiry के दिन ही एक्सपायर होता है।

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे सीखे? (How to learn option trading in hindi)

How to learn option trading in hindi
How to learn option trading in Hindi

ट्रेडिंग सीखना बहुत जरूरी है क्योंकि बिना सीखे आप स्टॉक मार्केट में कुछ भी नहीं कर सकते हो, अगर बिना सीखे स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करते हैं तो शुरू में कुछ प्रॉफिट हो भी सकता है क्योंकि beginner luck हर किसी का काम करता है,

लेकिन एक प्रॉफिटेबल trader नहीं बन सकते हो क्योंकि beginner luck हमेशा काम नहीं करता है। ओवरऑल काफी बड़ा लॉस में जा सकते हो इसलिए बिना पूरी तरह ट्रेडिंग को सीखे actual trading नहीं करनी है आप सीखने के दौरान पेपर ट्रेडिंग कर सकते हो।

ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपको चार्ट अच्छे से पढ़ना और समझना आना चाहिए इसके लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस अच्छे से सीखना पड़ेगा।

यदि आप स्टॉक में ऑप्शन ट्रेडिंग करोगे तो आपको टेक्निकल एनालिसिस के साथ साथ फंडामेंटल एनालिसिस सीखना पड़ेगा क्योंकि इंडियन स्टॉक मार्केट में हजारों कंपनी लिस्टेड है,

सभी कंपनी के स्टॉक में ट्रेड तो नहीं कर सकते हो, हजारों में से कुछ ही स्टॉक में ट्रेडिंग कर सकते हो, ये कुछ स्टॉक सेलेक्ट करने के लिए आपको फंडामेंटल एनालिसिस सीखना पड़ेगा।

अच्छी तरह से ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने के लिए आपको निम्न बातों पर ध्यान देना होगा–

  1. शेयर मार्केट के basics क्लियर करें
  2. ट्रेडिंग क्या होता है सीखे
  3.  टेक्निकल एनालिसिस सीखे
  4.  मार्केट कैसे काम करता है सीखे
  5.  Back टेस्टिंग करें
  6.  Live मार्केट में प्रैक्टिस करें
  7.  पेपर ट्रेडिंग से प्रैक्टिस करें
  8.  प्रत्येक ट्रेड का एनालिसिस करें
  9.  जो भी गलती हो उस गलती से सीखे
  10.  शेयर बाजार की किताबें पढ़ें
  11.  सफल स्टॉक मार्केट इन्वेस्टर और ट्रेंड को फॉलो करें
  12.  शेयर मार्केट के ब्लॉक और यूट्यूब चैनल को फॉलो करें
  13.  अपने हर गलती से सीखे

स्टॉक मार्केट में कई सारी ट्रेडिंग की किताबें उपलब्ध हैं। लेकिन किसी भी बुक को खरीदने से पहले यह डिसाइड करने की आप किस प्रकार की trading करना चाहते हैं ऑप्शन ट्रेडिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग या कोई और। इसके बाद उस किताब के बारे में इंटरनेट पर ऑनलाइन रेटिंग जरूर चेक करें।

इंटरनेट को बहुत सारे ऑनलाइन ट्रेडिंग कोर्स उपलब्ध हैं लेकिन किसी भी कोर्स को लेने से पहले उसकी रेटिंग और कमेंट्स जरूर चेक कर लें।

मैं तो कहता हूं कि आप ऑनलाइन कोर्स लेने के बजाय यूट्यूब चैनल्स के द्वारा फ्री में stock trading की videos देखें क्योंकि आजकल तो फ्री में इतना सारा कंटेंट इंटरनेट पर उपलब्ध है कि आप जो चाहे वह सीख सकते हैं।

शेयर मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे काम करती है? (How option trading works in Hindi)

स्टॉक मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग डिमांड और सप्लाई के आधार पर काम करता है अर्थात मार्केट में कुछ buyers होते हैं और कुछ sellers होते हैं।

कुछ लोगों को लगता है मार्केट ऊपर जाएगा तो उस में से जो buyers होते हैं वे लोग कॉल (Call) बाय करते हैं और जो सेलर होते हैं वे लोग पुट (Put) सेल करते हैं।

और उसी समय कुछ लोगों को लगता है मार्केट नीचे जाएगा तो उस में से जो buyers होते हैं वे लोग पुट बाय करते हैं और जो सेलर होते हैं वे लोग कॉल सेल करते हैं।

स्टॉक मार्केट में हमेशा buyer और seller दोनों उपस्थित होते हैं कुछ लोग बाय करते हैं तो कुछ लोग सेल करते हैं इसी प्रकार स्टॉक मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग काम करता है।

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें? (How to do option trading in Hindi)

यर मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपको किसी ब्रोकर के पास डिमैट अकाउंट खुलवाना पड़ता है, इसके बाद आपको अपने ट्रेडिंग अकाउंट में पैसा ऐड करना पड़ता है, फिर आप किसी भी stock या इंडेक्स को select करके उसमें ऑप्शन ट्रेडिंग करना शुरू कर सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करना इतना भी आसान नहीं है जितना हो सके बिना सीखें ऑप्शन ट्रेडिंग स्टार्ट ना करें, पहले ट्रेडिंग को अच्छे से सीखे उसके बाद पेपर ट्रेड करें अगर इसमें अच्छा रिजल्ट रहा तो थोड़े से कैप्टन से ट्रेडिंग स्टार्ट कर सकते हैं, धीरे-धीरे अपना कैपिटल बढ़ाना है।

शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए Zerodha और Upstox best discount broker apps हैं। दोस्तों मैं भी Zerodha के द्वारा ही stocks में ट्रेडिंग करता हूं।

ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए Dhan option trading app भी बहुत अच्छा है इसका चार्ट काफी बेहतरीन है। चार्ट देखने के लिए आप chartview.com भी काफी बेहतरीन ये वेबसाइट और मोबाइल एप दोनों में अवेलेबल है।

अगर आप stock market में ऑप्शन ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो पहले आपको अपने डिमैट अकाउंट में जाकर F&O यानी future and option सेगमेंट को activate करना पड़ता है। उसके बाद ही आप options में trading कर सकते हैं।

अब यह आपके ऊपर है कि आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते हैं, स्विंग ट्रेडिंग करना चाहते हैं या फिर ऑप्शन ट्रेडिंग. उसी के हिसाब से आपको अपनी trading strategy तैयार करनी होगी।

आपको जिस भी प्रकार का ट्रेडिंग करनी है उसकी कोई एक strategy को पकड़े जो आपको यूट्यूब पर या बुक में या फिर किसी भी पोस्ट पर मिल जाएगा, उस पर अच्छे से प्रेक्टिस करें, back testing करें और लाइव मार्केट में भी टेस्टिंग कर ले यदि यह strategy ठीक-ठाक रिटर्न दे रहा हूं हो तो आप उस strategy पर ट्रेडिंग शुरू कर सकते हो।

ऑप्शन ट्रेडिंग में कितना पैसा लगता है?

यदि आप ऑप्शन ट्रेडिंग में buyer बनना चाहते हो तो छोटे कैपिटल में भी स्टॉक मार्केट ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते हो लेकिन अगर आपको सेलर बना है, option writing करना है तो कम से कम 50 हजार कैपिटल साइज होना चाहिए इससे काम में ऑप्शन सेलिंग नहीं हो सकती है।

ऑप्शन buying 100 रुपया से भी कर सकते हो लेकिन एक प्रॉफिटेबल ऑप्शन वायर बनने के लिए ठीक-ठाक कैपिटल होना जरूरी है। छोटे से कैपिटल में आपका इमोशन काम नहीं करेगा, डिस्क मैनेजमेंट और मनी मैनेजमेंट नहीं कर सकते हो।

इसलिए पहले कोई काम करके कुछ कैपिटल बना ले और उसके बाद स्टॉक मार्केट को अच्छे से सीख कर इसमें कम करें।

अगर आप स्टॉक मार्केट में अभी-अभी शुरू कर रहे हो अर्थात beginner हो तो डायरेक्ट ऑप्शन ट्रेडिंग से ही मत शुरू करना नहीं तो सभी कैपिटल उड़ा दोगे,

पहले कैश ट्रेडिंग से शुरू करें अर्थात स्टॉक को डिलीवरी में ट्रेड करें, अगर आप इसमें अच्छा-खासा पैसा बनाना बनाने लग जाओगे तभी ऑप्शन और फीचर के बारे में सोचना। कम से कम 1 से 2 महीना जरूर कैश ट्रेडिंग करें इससे आप पेशेंस रखना सीख जाओगे।

ऑप्शन ट्रेडिंग के नियम (Rules of option trading in hindi)

Rules of option trading in Hindi
Rules of option trading in Hindi

एक अच्छा ऑप्शन ट्रेड बनने के लिए आपको कुछ नहीं हमको फॉलो करना ही पड़ेगा तभी एक प्रॉफिटेबिलिटी बन पाओगे,

एक सिस्टमैटिक ढंग से स्टॉक मार्केट में काम करोगे तभी आप ऑप्शन ट्रेड कर पाओगे नहीं तो ऑप्शन ट्रेडिंग में बड़ा नुकसान हो सकता है क्योंकि यह एक रिस्की ट्रेडिंग है।

👉 ऑप्शन ट्रेडिंग के कुछ जरूरी बातें-

  • बिना सीखें और प्रैक्टिस किए बिना ट्रेडिंग ना करें
  • ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए टेक्निकल एनालिसिस अच्छे से सीखे
  • रिस्क मैनेजमेंट अच्छे से करें
  • मनी मैनेजमेंट भी अच्छे से करें नहीं तो हो सकता है महीना भर का प्रॉफिट एक ही दिन में लॉस हो जाए
  • मार्केट से ज्यादा लालच ना रखें
  • प्रत्येक दिन मैक्सिमम कितना ट्रेड करना है फिक्स रखें
  • प्रत्येक दिन के मैक्सिमम लॉस फिक्स रखें
  • ट्रेडिंग शुरू करने से पहले पूरा एनालिसिस कर ले
  • एक सिस्टम बनाएं और उसको 100 परसेंट फॉलो करें

ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कैसे कमाए? (How to make money from option trading in hindi)

ऑप्शन ट्रेडिंग करना काफी आसान है लेकिन इसे पैसा कमाना काफी मुश्किल है, आपने सुना भी होगा 100 F&O Traders में से 89 Traders लॉस में होता है अगर इतना ही आसान होता तो इतने लोग नुकसान क्यों करते हैं कुछ तो बात है।

इसलिए पहले स्टॉक मार्केट को अच्छे से सीखे उसके बाद ऑप्शन ट्रेडिंग करें। आजकल तो बहुत लोग टिप्स भी दे रहे हैं जो की वह तो रहा है scam है, ये सब चक्कर में कभी मत परना अगर आपको स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करना है तो सीख कर ही अन्यथा ना करें।

ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कमाना है तो आपको किसी एक strategy पर अच्छे से काम करना पड़ेगा, प्रेक्टिस करना पड़ेगा और इसी strategy पर रिस्क मैनेजमेंट के साथ और मनी मैनेजमेंट के साथ अच्छे से ट्रेड करना पड़ेगा तभी आप ऑप्शन ट्रेडिंग में पैसा कमा सकते हो।

अगर आपको कोई Strategy सीखना तो आप हमारे इस ब्लॉक के Strategy वाले section में जाकर strategy सीख सकते हो या फिर यूट्यूब पर भी बहुत सारे strategy से मिल जाएगा कहीं से एक अच्छा strategy जैसे और उसे अच्छे से प्रेक्टिस करें।

ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान | Pros and Cons of Option Trading.

Pros and Cons of Option Trading.
Pros and Cons of Option Trading.

हर चीज के कुछ ना कुछ pros and cous होता है ठीक उसी प्रकार ऑप्शन ट्रेडिंग के भी बहुत सारे फायदे और नुकसान है। अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग करना सोच रहे हैं या फिर करना शुरू कर दिया हो तो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदा और नुकसान के बारे में जानना बेहद जरूरी है।

नीचे मैंने आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के कुछ मुख्य फायदे और नुकसान के बारे में बताया है–

ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे (Advantages of option trading in hindi)

  • आप ऑप्शन ट्रेडिंग कम कैपिटल से भी कर सकते हो।
  • अगर आप अच्छे से ऑप्शन ट्रेडिंग सीख कर करते हो तो इससे ज्यादा इनकम किसी चीज में भी नहीं है।
  • स्टॉक मार्केट एक प्रकार का बिजनेस है, अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग को एक बिजनेस मानकर करेंगे तो इसे बेहतर कोई भी काम नहीं हो सकता है।
  • ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने या करने के लिए कोई भी प्रोफेशनल डिग्री की जरूरत नहीं होती हैं। आप किसी भी बैकग्राउंड से हो आप ऑप्शन डेटिंग सीख सकते हो अगर आप में सीखने चाहत हो तो।
  • Option Trading में आपका नुकसान केवल उतना ही है जितना आप capital लगा रहे हैं जबकि प्रॉफिट अनलिमिटेड है।
  • ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपको कहीं भी जाने की जरूरत नहीं होती है। आप घर बैठे अपने मोबाइल से ऑप्शन ट्रेडिंग करके दिन का लाखों रुपए कमा सकते हैं।
  • सिर्फ ट्रेडिंग ही एक ऐसा प्रोफेशन है जिसमें आप दुनिया के किसी भी कोने से काम कर सकते हो आपके पास केवल एक लैपटॉप और कुछ इंटरनेट हो आप ट्रेडिंग कहीं से भी कर सकते हो।

ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान (Disadvantages of option trading in hindi)

  • ऑप्शन ट्रेडिंग पूरी स्टॉक मार्केट में सबसे रिस्की काम है।
  • ऑप्शन ट्रेडिंग का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि, अगर आपको खुद पर कंट्रोल नहीं है तो ट्रेडिंग एक आदत (Addiction) बन सकता है जो की बहुत नुकसान करवा सकता है।
  • अगर ऑप्शन ट्रेडिंग में नुकसान होता है तो इंसान किसी को बात भी नहीं सकता है जो डिप्रेशन का बहुत बड़ा कारण बन जाता है,
  • ऑप्शन ट्रेडिंग कभी भी काम के पैसे से, लोन के पैसे से या फिर किसी से पैसे मांग कर नहीं करना चाहिए नहीं तो लॉस हो जाएगा तो आप बहुत बड़ी प्रॉब्लम में फंस सकते हो।
  • अगर आप margin लेकर ट्रेडिंग करते हैं तो तो आपका risk और भी ज्यादा बढ़ जाता है, इसलिए पहले आप अपना रिस्क को कैलकुलेट कर ले फिर उस हिसाब से ट्रेडिंग करें जिससे आप प्रॉब्लम में नहीं कर सकते हो।
  • शुरुआत में लोग इतना Over trade करते हैं कि वे प्रॉफिट में भी हो तो भी ब्रोकिंग चार्ज के कारण वे लॉस में ही होते हैं इसलिए शुरुआती समय में इससे बचे, इसके लिए एक दिन में मैक्सिमम कितना ट्रेड करना है यह आप पहले फिक्स कर ले तभी आप ओवर ट्रेड से बच सकते हो।
  • ऑप्शन ट्रेडिंग में यह सच है कि जितने लोग इसमें पैसे कमाते हैं उससे कई गुना ज्यादा लोग नुकसान करते हैं जिसका कारण है बिना सीखे ट्रेडिंग करना है।

ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय क्या सोचना चाहिए? (Option Trading karate samay kya sochana chahie?)

शेयर मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए–

1. News के आधार पर ऑप्शन ट्रेडिंग करते समय सतर्क रहें–

बहुत सारे लोग news के आधार पर ऑप्शन ट्रेडिंग करते हैं, मतलब जब भी किसी स्टॉक में अच्छी न्यूज़ आती है तो उसके ऑप्शन खरीद लेते हैं।

फिर जब कुछ समय बाद उसी news के चलते बहुत सारे लोग उसी share में निवेश करने लगते हैं तो उसका शेयर प्राइस बढ़ जाता है इसके कारण ऑप्शन में अच्छा खासा प्रॉफिट हो जाता है।

बहुत सारे लोग news के आधार पर ऑप्शन ट्रेडिंग करके खूब पैसा कमाते हैं। लेकर आपको पता होना चाहिए कि स्टॉक मार्केट में झूठी खबरें बहुत तेजी से फैलती हैं। सोशल मीडिया के कारण ये सब बड़े स्तर पर किया जा रहा है इसलिए न्यूज़ के दिन ऑप्शन ट्रेडिंग करने से बचे।

न्यूज़ के दिन ऑप्शन में बहुत ज्यादा volatility रहता जिसे सिर्फ expert trade ही संभाल सकता है इसलिए शुरुआती दिनों में न्यूज़ के समय ऑप्शन ट्रेडिंग को avoid करें।

हो सके तो शुरुआती दिनों में न्यूज़ के आधार पर डेटिंग ना करें तो बेहतर रहेगा क्योंकि हमारे पास जो भी न्यूज़ आता है वह काफी लेट आता है जिसके कारण जब बड़े-बड़े इन्वेस्टर एग्जिट लेते हैं तब हम जैसे रिटेल इन्वेस्ट उसमें एंट्री लेते हैं और फस जाते हैं।

2. कमजोर फंडामेंटल वाले स्टॉक में ट्रेडिंग करने से बचे–

अगर आप स्टॉक में ऑप्शन ट्रेडिंग करने की सोच रहे हो तो कमजोर फंडामेंटल वाले स्टॉक में कभी भी ऑप्शन ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए क्योंकि इस प्रकार के स्टॉक कभी भी 5 से 10 परसेंट ऊपर नीचे हो सकता है एक छोटा-मोटे न्यूज़ पर भी, जिससे ऑप्शन में बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है।

इसलिए अगर आप स्टॉक में ट्रेडिंग करना करने की सोच रहे हो तो आपको थोड़ा बहुत फंडामेंटल एनालिसिस भी आना जरूरी है जिससे आप अच्छे स्टॉक को सेलेक्ट कर सके और उसमें ट्रेडिंग कर सके।

कमजोर फंडामेंटल वाले स्टॉक में trade volume काम होता है जिसके कारण अगर आप दूर का कोई ऑप्शन ले लिए तो कभी-कभी बेचते टाइम buyer मिलना मुश्किल हो जाता है।

3. टिप्स देने वाले से बहुत दूर रहे–

आजकल तो सोशल मीडिया पर हर कोई टिप्स दे रहा है जिसे स्टॉक मार्केट के बारे में कुछ भी नहीं पता है वह भी टिप्स दे रहा है की ये कॉल ले लो 200% रिटर्न देगा ऐसे लोगों से काफी दूर रहना नहीं तो बहुत पछताओगे।

ऐसे लोगों से जितना हो सके बचकर रहे हैं क्योंकि यह लोग वही हैं जो खुद बड़े लॉस खा कर बैठे हैं। ऐसे लोगों का असली कमाई टिप्स है स्टॉक मार्केट नहीं, ये लोग टिप्स देंगे यदि आपको प्रॉफिट हो गया तो अपना कुछ परसेंटेज ले लेंगे और जब नुकसान हो जाएगा तो गायब हो जाएंगे।

इसलिए खुद के एनालिसिस पर ही अपना पैसा लगे इससे लॉस भी होगा तो आपको सीखने को मिलेगा यदि आप किसी के टिप्स पर पैसा लगा देंगे तो लॉस होगा तो हमको कुछ समझ नहीं आएगा क्यों यह लॉस हो रहा है जिससे आप प्रॉब्लम में जा सकते हैं।

ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है?

FAQs

Q: ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे काम करता है?

Ans:- स्टॉक मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग डिमांड और सप्लाई के आधार पर काम करता है अर्थात मार्केट में कुछ buyers होते हैं और कुछ sellers होते हैं। कुछ लोगों को लगता है मार्केट ऊपर जाएगा तो वे लोग कॉल (Call) बाय करते हैं या पुट (Put) सेल करते हैं, और जिन्हें लगता है मार्केट नीचे जाएगा वे लोग पुट बाय करते हैं या कॉल सेल करते हैं।

Q: ऑप्शन ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है?

Ans:- ऑप्शन ट्रेडिंग दो प्रकार का होता है।

  • Option Buying,
  • Option Selling.

ऑप्शन बाइंग में कॉल, पुट को buy किया जाता है और ऑप्शन सेलिंग में कॉल, पुट को sell किया जाता है।

Q: ऑप्शन ट्रेडिंग में कितना रिस्क होता है?

Ans:- पूरे स्टॉक मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग सबसे ज्यादा रिस्की ट्रेडिंग है और ऑप्शन ट्रेडिंग ही शॉर्ट टाइम में सबसे ज्यादा रिटर्न देता है। ऑप्शन ट्रेडिंग सबसे जटिल काम है इसलिए इसे अच्छे से सीखे उसके बाद शुरुआत करें।

Q: क्या ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कमाया जा सकता है?

Ans:- जी हां, अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग को अच्छे से सीख कर कर रहते हैं और एक सिस्टमैटिक ढंग से करते हैं, पूरा रिस्क मैनेजमेंट और मनी मैनेजमेंट को फॉलो करते हैं तो ऑप्शन ट्रेडिंग से अच्छा खासा पैसा कमाया जा सकता है।

Q: मैं ऑप्शन ट्रेडिंग चार्ट कैसे सीखूं?

Ans:- आप ऑप्शन ट्रेडिंग के चार्ट सीखने के लिए पहले यूट्यूब से कुछ वीडियो देखें या फिर कोई बुक पढ़ ले उसके बाद मार्केट में back testing करें और लाइव मार्केट में पेपर ट्रेडिंग करें उसके बाद आप अपने छोटे कैपिटल से ट्रेडिंग शुरू करें।

Q: किस तरह का ट्रेडिंग सबसे अच्छा है?

Ans:- स्टॉक मार्केट में देखा जाए तो स्विंग ट्रेडिंग सबसे बेहतर ट्रेडिंग है क्योंकि इसमें रिस्क कम है और कोई भी डिसीजन लेने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है इसलिए अगर आप ट्रेंडिंग शुरू करने की सोच रहे हो तो स्विंग ट्रेडिंग से ही शुरू करना सही रहेगा।

Q: ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए खाता कैसे खोलें?

Ans:- ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए आपको डिमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है इसके लिए आप किसी भी ब्रोकर जैसे Zerodha, Upstox, Angel, Groww और Dhan में से किसी में भी खुला सकते हो।

Q: ऑप्शन कब खरीदना चाहिए?

Ans:- अगर आप ऑप्शन Buyer हो तो ऑप्शन बाइंग तभी करना चाहिए जब मार्केट डायरेक्शनल (Directional) हो अर्थात मार्केट किसी एक डायरेक्शन में जा रहा हो मतलब या तो ऊपर जा रहा हो या तो नीचे, sideways मार्केट में option buyer का नुकसान होता है।

Q: कॉल और पुट को कैसे समझें?

Ans:- अगर आप ऑप्शन बाइंग कर रहे हो और आपके नॉलेज के हिसाब से आपको लगता है की मार्केट ऊपर जाएगा तो आप कॉल बाय करोगे या आपको लगता है की मार्केट नीचे जाएगा तो पुट बाय करोगे। अगर आप ऑप्शन सेलर हो तो इसके जस्ट विपरीत करना है, अगर आपको लगता है मार्केट ऊपर जाएगा तो पुट सेल करना है, अगर लगता है नीचे जाएगा तो कॉल सेल करना है।

Q: क्या मैं इंट्राडे में रोजाना 1000 कमा सकता हूं?

Ans:- अगर आप ट्रेंडिंग शुरू किया हो तो आप यह मत सोचो की रोजाना ₹1000 कैसे कमाए इसके बदले आप यह सोचो की कम से कम नुकसान में कैसे अधिक से अधिक मार्केट को सीख सकते हैं, अगर आप एक बार मार्केट को सीख गए अच्छे से तो रोजाना 1000 क्या उससे काफी अधिक काम आओगे।

Q: भारत में ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए कौन सा इंडेक्स बेस्ट है?

Ans:- अगर आप अभी-अभी ट्रेडिंग शुरू किए हो तो आपके लिए सबसे बेस्ट इंडेक्स Nifty 50 है क्योंकि इसका volatility ठीक-ठाक है, अधिक नहीं है। लेकिन trader का सबसे फेवरेट इंडेक्स Banknifty है क्योंकि इसका volatility काफी अधिक है और इसका प्रीमियम भी अधिक होता है।

Q: ऑप्शन ट्रेडिंग में मुझे कौन सा चार्ट देखना चाहिए?

Ans:- ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए आपको कैंडलेस्टिक चार्ट देखना चाहिए क्योंकि आप जितना भी कैंडलेस्टिक पेटर्न, चार्ट पेटर्न और इंडिकेटर सिखाते हो सब इसी कैंडलेस्टिक चार्ट के लिए होता है।

Q: आपको कैसे पता चलेगा कि बाजार ऊपर है या नीचे?

Ans:- अगर आप मार्केट में कुछ समय बीटा लोगेm, जिससे अच्छा-खासा प्रैक्टिस हो जाएगा तो आप चैट को देखकर बता सकते हो की बाजार ऊपर है या नीचे।

Q: ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए आवश्यक न्यूनतम राशि क्या है?

Ans:- देखो स्टॉक मार्केट में अगर आप ऑप्शन बाइंग करोगे तो बहुत कम रुपए में हो सकता है अर्थात 100 से ₹500 में भी हो सकता है, लेकिन अगर आपको एक अच्छा trader बना है तो कम से कम 10,000 रूपों से शुरू करोगे तो अच्छे से मार्केट को सिख पाओगी।

Q: ऑप्शन ट्रेडिंग में प्रॉफिट कैसे होता है?

Ans:- ऑप्शन ट्रेडिंग में प्रॉफिट कमाने के लिए आपको चार्ट प्रिडिक्ट करना आना चाहिए तभी आप ऑप्शन ट्रेडिंग में प्रॉफिट कमा सकते हो, चार्ट प्रिडिक्ट करने के लिए आपको चार्ट को अच्छे से पढ़ना सीखना पड़ेगा।

Q: पुट खरीदने और कॉल बेचने में क्या अंतर है?

Ans:- पुट खरीदने का काम ऑप्शन buyer करता है जबकि कॉल बेचने का काम ऑप्शन सेलर करता है। पुट खरीदने में बहुत कम कैपिटल की जरूरत पड़ती है जबकि कॉल बचने के लिए अच्छा खासा कैपिटल की जरूरत पड़ती है।

Q: ऑप्शन ट्रेडिंग कितने समय तक चलती है?

Ans:- ऑप्शन ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग होता है इसलिए यह 9:15 से शुरू होकर 3:30 तक चलता है, अगर आप एक्सपायरी से पहले किसी ऑप्शन में पोजिशन बनाई हो तो आप एक्सपायरी तक भी रख सकते हो।

Q: कितने ऑप्शन ट्रेडर सफल होते हैं?

Ans:- SEBI के Data के अनुसार 11% लोग ऑप्शन ट्रेडिंग में सफल हो पाते हैं बाकी 89% लोग इसमें सफल नहीं हो पाते हैं अर्थात लॉस करते हैं।

Q: ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए कौन सी टाइमफ्रेम बेस्ट है?

Ans:- ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए सबसे बेस्ट टाइम फ्रेम 5m है, लेकिन अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग करते हो तो सभी टाइम फ्रेम में चार्ट को जरूर एक बार देखे और एनालाइज करें उसके बाद ही 5 मिनट टाइम फ्रेम में ट्रेड करें।

Q: ऑप्शन ट्रेडिंग खराब क्यों है?

Ans:- ऑप्शन ट्रेडिंग सबसे बड़ा रिस्की ट्रेडिंग है इसलिए अगर आप इसे बिना सीखे करोगे तो आप सब कुछ लूटा सकते हो इसमें, इसलिए ऑप्शन ट्रेडिंग सबसे खराब और खतरनाक ट्रेडिंग माना जाता है।

Q: क्या लोग ऑप्शन ट्रेडिंग से पैसा कमाते हैं?

Ans:- हां जी आप बहुत लोग हैं जो ऑप्शन ट्रेडिंग से दिन के लाखों कमाते हैं। आप भी ऑप्शन ट्रेडिंग से 3 लाख को कमा सकते हैं इसके लिए सबसे पहले इसे आपको अच्छे से सीखना पड़ेगा।

Q: ऑप्शन ट्रेडिंग में आम गलती क्या है?

Ans:- ऑप्शन ट्रेडिंग में कुछ प्रमुख गलतियां

  • बिना सीखे और समझे ट्रेडिंग करना,
  • ओवर ट्रेडिंग करना,
  • रिस्क मैनेजमेंट सही से नहीं करना,
  • मनी मैनेजमेंट सही से नहीं करना,
  • लालच अर्थात प्रॉफिट होने के बाद भी लॉस में ट्रेडिंग बंद करना,
  • चार्ट पेटर्न या कैंडलेस्टिक पेटर्न पूरा होने से पहले ट्रेड लेना,
  • डर के मारे छोटे प्रॉफिट लेकर निकल जाना और बड़ा लॉस देना।

Q: बिना नुकसान के ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें?

Ans:- देखिए नुकसान किया बिना आप कुछ भी नहीं सीख सकते हो इसलिए कोशिश करिए कम नुकसान में कैसे अधिक से अधिक स्टॉक मार्केट को सीखें और जल्दी एक अच्छा प्रॉफिटेबल ट्रेंड बने, अगर आप नुकसान से भागोगे तो trader कभी नहीं बन पाओगे।

Conclusion

मैं आशा करता हूं कि ऑप्शन ट्रेडिंग क्या होती है? पूरी जानकारी हिंदी में आपको समझ में आया होगा, इसके बारे में काफी चीज पता चल गई होगी। अगर कोई सवाल है तो हमसे कमेंट में पूछ सकते हैं।

मैं इस पोस्ट के माध्यम से आपको भारतीय शेयर बाजार में ऑप्शन ट्रेडिंग सीखने का सही तरीका के बारे में समझने की कोशिश किया हूं। जितना हो सके आप शेयर मार्केट को सीख कर ही इसमें काम करें किसी के टिप्स पर आश्रित ना रहे।

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