फ्यूचर ट्रेडिंग क्या होता है? और कैसे किया जाता है? | Future Trading in Hindi.

आज मैं इस ब्लॉक के माध्यम से आपको फ्यूचर ट्रेडिंग क्या होता है?फ्यूचर ट्रेडिंग कैसे किया जाता है?फ्यूचर ट्रेडिंग में क्या-क्या रिस्क है? और इस रिस्क को कैसे काम किया जा सकता सकता है? के बारे में काफी विस्तार में बताया हूं।

अगर आप इस ब्लॉक पोस्ट को अच्छे से पढ़ लेते हैं तो फ्यूचर ट्रेडिंग के बारे में कोई भी डाउट नहीं बचेगा और इसके बारे में जानने के लिए कोई और चीज का हेल्प नहीं लेना पड़ेगा इसलिए इस ब्लॉक पोस्ट को पूरा पढ़ें और फ्यूचर ट्रेडिंग के बारे में अच्छे से जाने और सभी डाउट क्लियर कर ले।

अगर फिर भी कोई ट्रेडिंग रिलेटेड डाउट रह जाता है तो इस पोस्ट के सबसे नीचे एक कमेंट बॉक्स है जहां आप अपना सभी डाउट पूछ सकते हो, जितना जल्दी हो सके मैं आपके सभी डाउट को क्लियर करूंगा।

इस ब्लॉक में मैं स्टॉक मार्केट के सभी concept को काफी सरल शब्दों में समझाया हूं। अगर आपको स्टॉक मार्केट के बारे में कुछ भी जानना हो तो इस ब्लॉक के और भी पोस्ट को पढ़ सकते हो और स्टॉक मार्केट में हमेशा अपडेट रहना चाहते हो तो इसे सब्सक्राइब कर सकते हो जिससे आपके पास नोटिफिकेशन पूछता रहेगा।

Table of Contents

फ्यूचर ट्रेडिंग क्या है? | What is Future Trading in Hindi?

What is Future Trading in Hindi
What is Future Trading in Hindi? (Canva.com)

अगर आप स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करना चाहते हैं या फिर इन्वेस्टिंग आपको फ्यूचर ट्रेडिंग के बारे में पता होना बहुत जरूरी है क्योंकि ये सब स्टॉक मार्केट का basic है।

अगर आपको फ्यूचर के बारे में जानना है तो इससे पहले आपको डेरिवेटिव क्या होता है? अच्छे से जानना होगा तभी आप फ्यूचर को समझ पाओगे क्योंकि फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट, डेरिवेटिव्स के चार प्रकारों में से एक है। इसके लिए आप मेरा previous blog पोस्ट पढ़ सकते हो।

डेरिवेटिव को एक लाइन में समझे तो, यह कॉन्ट्रैक्ट है जिसका मतलब है एक ऐसी चीज जो किसी अन्य चीज से आई हो यानी किसी और चीज पर आधारित हो, और डेरिवेटिव जिस चीज पर डिपेंड होता है उसे हम underlying asset कहते हैं।

डेरिवेटिव के चार प्रकार है-

  1. Forward Contract,
  2. Future Contract,
  3. Option Contract,
  4. Swap Contract.

फ्यूचर कांटेक्ट को देखने से पहले हम थोड़ा फॉरवार्ड कांट्रैक्ट के बारे में जान लेते हैं।

फॉरवार्ड कांट्रैक्ट क्या है? | What is Forward Contract in Hindi?

फॉरवार्ड कांट्रैक्ट, दो पक्षियों के बीच एक समझौता होता है, भविष्य की किसी तारीख पर किसी खास कीमत पर कोई संपत्ति खरीदने या बेचने का वादा होता हैं।”

फॉरवार्ड कांट्रैक्ट को आसान भाषा में समझने के लिए हम एक एग्जांपल लेते हैं–

मान लीजिए कोई एक किसान जिसके खेत में आलू लगा है। अभी आलू मार्केट में दो रुपए प्रति किलो के हिसाब बिक रहा है और वह चाहता है कि, हां मुझे ₹2 मिल जाए तो अच्छा रहेगा क्योंकि पिछले साल फसल ज्यादा हो गई थी आलू की तो उसको डेड रुपए (₹1.5) के हिसाब से ही आलू बेचने पड़े थे जिसके कारण उनका नुकसान हुआ था।

तो अभी आलू की कीमत ₹2 किलो चल रही है वह चाहे तो बेच सकता है लेकिन इसमें एक दिक्कत है उसका फसल अभी रेडी नहीं फसल रेडी होगी उसके 2 महीने बाद, अब उसको यह चिंता सता रही है की पता नहीं 2 महीने बाद आलू का भाव क्या रहे,

आज तो ₹2 है लेकिन मेरी फसल ही रेडी नहीं है ऐसे में अगर उसको कोई ऐसा buyer मिल जाए जो उससे कहे कि आज हम कॉन्ट्रैक्ट साइन करते हैं कि जब भी, दो महीने बाद तेरी फसल रेडी होगी तो बाजार में उस समय आलू का भाव कुछ भी हो तू मुझे अपने आलू ₹2 किलो के हिसाब से बेच देना चाहे उस समय भाव कोई भी हो,

तो अब किसान के लिए यह क्यों अच्छा है?

किसान को डर है कि 2 महीने बाद कहीं अगर भाव डेड रुपए हो गया तो उसे डेड रुपए मिलेंगे 2 महीने बाद। ऐसे में किस के लिए ही अच्छा है कि आज ही वह कॉन्ट्रैक्ट साइन कर ले की 2 महीने बाद आलू की कीमत चाहे ₹1 हो चाहे ₹3 वह ₹2 पर अपने आलू बचेगा तो उसको बताएं कि उसकी मिनिमम वायबिलिटी आ जाएगी।

वही जो दूसरा है जो खरीदारी कर रहा है हो सकता है वह कोई मल्टीनेशनल कंपनी है, जो चिप्स बनती है और 2 साल पहले जब बारिश के कारण आलू की फसल खराब हो गई थी तो उस मल्टीनेशनल कंपनी को आलू 2.5 से 3 रुपए किलो में खरीदने पड़े थे,

जिसके कारण उनकी चिप्स बनाने की लागत बढ़ गई थी तो वह भी यह कॉन्ट्रैक्ट करना चाहता है कि कहीं इस बार भी बारिश ज्यादा हो जाए फसल खराब हो जाए तो आलू महंगे ना हो जाए तो हम आज ही कॉन्ट्रैक्ट कर लेते हैं कि ₹2 किलो पर हमको 2 महीने बाद आलू मिलेगा तो,

यह दोनों के लिए प्रॉफिट का सौदा हो गया और क्योंकि यह कॉन्ट्रैक्ट साइन आज हो रहा है लेकिन इसमें सामान डिलीवर यानी शर्त पूरी 2 महीने बाद होगी इसीलिए इसे फॉरवार्ड कांट्रैक्ट कहा जाता है।

अब यह एग्जांपल से मैं उम्मीद करता हूं कि फॉरवार्ड कांट्रैक्ट क्लियर हो गया अब हम बात करते हैं फ्यूचर्स की जिसको आप सच में स्टॉक मार्केट में ट्रेड कर सकते हैं।

फ्यूचर ट्रेडिंग क्या होता है? (Future trading kya hota hai?)

फीचर्स क्या होता है? सिंपल है जैसे आपने देखा कि फॉरवर्ड में एक किसान है और एक मल्टीनेशनल कंपनी है और यह आपस में लेन-देन कर रहे हैं तो इमेजिन करिए की जो मल्टीनेशनल कंपनी है,

उसने आलू तो ले लिए लेकिन पैसा देने में आना-कानी कर रही है तो अब किसान कहां दर-दर भटकेगी अदालत के चक्कर लगाएगा उसे मल्टीनेशनल कंपनी से पैसा वसूल करने के लिए तो यह रिस्की है,

फ्यूचर कांट्रैक्ट वह होता है जो बिल्कुल फॉरवर्ड की तरह ही होता है लेकिन उसमें एक इंडिपेंडेंस थर्ड पार्टी होती है जो यह ध्यान रखती है कि माल देने वाला माल दे और पैसे भेजने वाला पैसा को भेजे

जैसे स्टॉक मार्केट में स्टॉक एक्सचेंज यह काम करता है अगर आपने कोई फ्यूचर कांट्रैक्ट खरीदा तो आपको उस समान की डिलीवरी हो यह भी शेयर बाजार की जिम्मेदारी है,

स्टॉक एक्सचेंज की जिम्मेदारी है और बेचने वाले को पैसे मिले यह भी शेयर बाजार की जिम्मेदारी है अगर आपको आपके पैसे ना मिले तो आपको buyer को ढूंढने नहीं जाना है

शेयर बाजार उस पर penalty लगाएगा स्टॉक एक्सचेंज भी उसके खिलाफ एक्शन लेगा लेकिन आपको आपके पैसे मिलेंगे तो एक इंडिपेंडेंस थर्ड पार्टी है,

जो आपका इंटरेस्ट को secure रखती है, जब वे फैक्टर आ जाता है तो एक फॉरवार्ड कांट्रैक्ट, एक फ्यूचर कांट्रैक्ट बन जाता है जिसमें इंटरेस्ट सिक्योर्ड है।

मैं जानता हूं कि अभी भी अच्छी तरह से आपको क्लियर नहीं हुआ है कि फ्यूचर ट्रेडिंग क्या होता है?, स्टॉक मार्केट में यह कैसे काम करता है? चले इसे भी अच्छे से समझते हैं-

स्टॉक मार्केट में फ्यूचर ट्रेडिंग कैसे काम करता है?

अब हम फ्यूचर्स को एक आसान एग्जांपल से समझ लेते हैं practically, मान लीजिए एक जमीन है जो 1 लाख की है अब उसे जमीन की शर्त यह है कि वह जमीन उसे मिलेगी जिसके पास यह टोकन होगा

Coin

जिसके पास यह टोकन है उसको वह जमीन मुफ्त में मिल जाएगी तो आप इस टोकन कि, अगर अपने आप में कीमत देखें तो एक प्लास्टिक का टुकड़ा है जो शायद ₹1 का भी नहीं है लेकिन क्योंकि जिसके पास यह है, उसकी जमीन फ्री में मिल जाएगी एक लाख रुपए की,

तो ऐसे में इस टोकन ने अपनी कीमत ड्राइव कर ली जमीन के टुकड़े से और इसकी कीमत भी 1 लाख के आसपास हो गई तो सोचिए अगर इस टोकन के साथ शर्त है कि जिसके पास यह टोकन है उसको दो महीने बाद जमीन मिल जाएगी तो यह टोकन हो गया फ्यूचर,

किस चीज का फ्यूचर?, उस जमीन का फ्यूचर क्योंकि यह टोकन आपको फ्यूचर में 2 महीने बाद वह जमीन दिलाएगा इसलिए यह जमीन का फ्यूचर, टोकन हो गया और क्योंकि जिसके पास यह टोकन है उसको जमीन मिलेगी तो आप चाहे तो यह टोकन किसी को भेज भी तो सकते हैं ना अब इसकी कीमत 1 लाख है,

तो कोई इसके 80,000 से 90,000 रुपए तो दे ही देगा तो इसको हम ट्रेड भी कर सकते हैं अब बिल्कुल यही होने वाला है हम जमीन को जो एक लाख रुपए की जमीन थी,

उसको रिप्लेस कर देते हैं 60,000 रुपए के एमआरएफ (MRF) के शेयर के साथ और वह टोकन है, MRF का फ्यूचर अब जिसके पास यह टोकन है उसे 2 महीने बाद एमआरएफ का शेयर मिल जाएगा जिसकी आज की मत 60000 रुपए है,

तो इस टोकन के लिए भी कोई ₹40000 या ₹50000 तो दे देगा ना क्योंकि जिसके पास यह है उसको फ्री में दो महीने बाद एमआरएफ का शेर मिलने वाला है,

तो इस टोकन की कीमत भी कम से कम 40 से 50 हजार रुपए तो होगा ही, तो यही टोकन है एमआरएफ का फ्यूचर क्योंकि इससे आपको फ्यूचर में 2 महीने बाद एमआरएफ का शेर मिलने वाला है यही होता है Futures.

Future Trading Meaning in Hindi

फ्यूचर ट्रेडिंग एक प्रकार का वित्तीय लेनदेन है जिसमें buyer और seller भविष्य में किसी निश्चित तारीख पर एक निश्चित मूल्य पर एक अंतर्निहित परिसंपत्ति (जैसे कि कमोडिटी, मुद्रा, या शेयर) खरीदने या बेचने के लिए सहमत होते हैं। यह एक अनुबंध (contract) है जो भविष्य में निष्पादित होता है।

स्टॉक मार्केट में फ्यूचर ट्रेडिंग कैसे किया जाता है?

Stock market mein future trading kaise kiya jata hai
Stock market mein future trading kaise kiya jata hai? (Canva.com)

भारतीय स्टॉक मार्केट में फ्यूचर ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपको किसी ब्रोकर के पास अपना डिमैट अकाउंट खुलवाना पड़ेगा उसके बाद उस डिमैट अकाउंट में फ्यूचर और ऑप्शन (F&N) का सेगमेंट एक्टिव करवाना पड़ेगा उसके बाद आप किसी भी स्टॉक या इंडेक्स (Nifty50, Banknifty, Sensex, … ) में फ्यूचर ट्रेडिंग कर पाएंगे।

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करना बहुत आसान है लेकिन स्टॉक मार्केट सीखना कठिन है इसलिए पहले स्टॉक मार्केट को अच्छे से सीखे उसके बाद किसी भी सेगमेंट में ट्रेडिंग करें, अगर बिना सीखे ट्रेडिंग करते हो तो यह काफी खतरे से भरा रहेगा।

किसी भी स्टॉक में फ्यूचर ट्रेडिंग फिर से ट्रेडिंग करने से पहले देख ले की वह स्टॉक ट्रेडिंग करने लायक है या नहीं अर्थात उसमें लिक्विडिटी (liquidity) है या नहीं और साथ में उसका वॉल्यूम (volume) भी देख ले।

यदि आप काम लिक्विडिटी स्टॉक में ट्रेडिंग करोगे तो उसमें कुछ मसला देखने को मिल सकती है जैसे उस स्टॉक के फ्यूचर buy तो कर लोगे लेकिन जब sell करने जाओगे तो हो सकता है कि कोई buyer ही ना मिले तो आप क्या करोगे इसलिए most liquid stocks में ही ट्रेडिंग करें सही रहेगा।

फ्यूचर ट्रेडिंग के क्या-क्या फायदे हैं?

फ्यूचर ट्रेडिंग एक कॉन्ट्रैक्ट है इसलिए इसमें ट्रेडिंग करने के लिए ज्यादा कैपिटल की जरूरत नहीं होती है, अर्थात same कैपिटल में स्टॉक से ज्यादा फ्यूचर में पोजीशन बना सकते हो। फ्यूचर ट्रेडिंग में कम कैपिटल पर अच्छा खासा प्रॉफिट बना सकते हैं।

फ्यूचर ट्रेडिंग में प्रॉफिट और लॉस बड़ा जल्दी हो जाता है इसके लिए हमें ज्यादा इंतजार नहीं करनी पड़ती है क्योंकि कोई भी कॉन्ट्रैक्ट मैक्सिमम 3 महीने का होता है और मिनिमम एक सप्ताह का होता है लेकिन आप चाहे तो एक दिन, 1 घंटे या 1 मिनट में भी sell सकते हो।

फ्यूचर्स ट्रेडिंग का उपयोग हेजिंग के लिए किया जा सकता है, जिससे निवेशक अपनी निवेशों को विभिन्न बाजार जोखिमों से सुरक्षित रख सकते हैं। हेजिंग से निवेशक अपने पोर्टफोलियो की नकली नुकसान से बच सकते हैं।

फ्यूचर ट्रेडिंग के क्या-क्या नुकसान है?

फ्यूचर ट्रेडिंग एक रिस्की ट्रेडिंग है क्योंकि यह एक कॉन्ट्रैक्ट है और कॉन्ट्रैक्ट एक निश्चित समय सीमा के लिए होता है इसका मतलब आपको उस निश्चित समय सीमा में ही उसके underlying asset को बढ़ाना होता है, जो थोड़ा रिस्की है।

फ्यूचर एक कॉन्ट्रैक्ट है इसलिए इसमें उसके underlying asset की पूरी कीमत नहीं देनी पड़ती है उसमें कुछ मार्जिन मिलता है, जिससे लोग अपनी क्षमता से ज्यादा पोजीशन बना लेते हैं जिससे लॉस होने पर उसके क्षमता से जाना लॉस हो जाता है, इसलिए फ्यूचर ट्रेडिंग में रिस्क मैनेजमेंट करना बहुत जरूरी होता है।

फ्यूचर्स ट्रेडिंग में लॉस कंट्रोल करना कठिन हो सकता है, क्योंकि लेवरेज के कारण छोटे परिवर्तनों में भी बड़ा प्रभाव हो सकता है। इससे निवेशक अपनी पूंजी का ज्यादा हिस्सा खो सकते हैं और नुकसान बढ़ सकता है।

अगर आपने अधिक मात्रा में मार्जिन का उपयोग किया है और बाजार में उतार-चढ़ाव हो रहा है, तो वह मार्जिन कॉल का सामना कर सकता है। मार्जिन कॉल में निवेशकों को अपने निवेश को बचाने के लिए और अधिक पैसे जमा करने की आवश्यकता होती है, जिससे उनकी निवेश प्रतिबंधित हो सकती है।

फ्यूचर्स ट्रेडिंग के लिए बाजार में अच्छी जानकारी की आवश्यकता होती है। अगर आप बाजार के बारे में ठीक से नहीं जानते हैं या आपके पास अच्छी तकनीकी और आंकड़ाओं की जानकारी नहीं है, तो आप फ्यूचर्स ट्रेडिंग में नुकसान का सामना कर सकते हैं।

फ्यूचर ट्रेडिंग के नुकसान से कैसे बचे?

Future trading ke nuksan se kaise bache
Future trading ke nuksan se kaise bache? (Canva.com)

फ्यूचर ट्रेडिंग के नुकसान से बचने के लिए सबसे पहले आपको ट्रेडिंग को अच्छे से सीखे, समझे और उसके बाद लाइव मार्केट में कुछ प्रेक्टिस करें, पेपर ट्रेड करें। ये सब में अगर आपका परफॉर्मेंस अच्छा हो गया हो तो ही अपने कैपिटल से स्टॉक मार्केट के किसी भी सेगमेंट में ट्रेडिंग करें।

फ्यूचर ट्रेडिंग के नुकसान से बचने का सबसे सही तरीका हेजिंग (Heading) है। आप हैकिंग करके फ्यूचर ट्रेडिंग में होने वाले लॉस को मिनिमाइज कर सकते हैं साथ में हेजिंग से मार्जिन को भी कंट्रोल कर सकते हैं।

हेजिंग करने के बहुत से strategy होते हैं जिसे आपको सिखाना पड़ेगा इसके लिए आप हमारे इस वेबसाइट के Strategy section में जाकर हेजिंग के बहुत सारे strategy सीख सकते हैं या फिर आप बुक से, कोई कोर्स लेकर या यूट्यूब वीडियो से हेजिंग अच्छे से सीख सकते हैं।

हेजिंग सीखने के बाद पहले अच्छे से प्रैक्टिस कर ले उसके बाद में लाइव मार्केट में अपने कैपिटल से ट्रेड करें, हम लोग फ्यूचर का हेजिंग ऑप्शन से करते हैं। ऑप्शन विशेष कर हेजिंग परपस से ही बनाया गया था।

फ्यूचर ट्रेडिंग Strategy क्या होता है? (Future Trading Strategy.)

फ्यूचर्स ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी एक योजना या तकनीक होती है जो निवेशकों को फ्यूचर्स बाजार में व्यापार करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करती है। यह एक निर्धारित योजना होती है जिसमें विभिन्न प्रणालियों, तकनीकों, और उपायोगकर्ता के लक्ष्यों के साथ एक सामंजस्यपूर्ण तरीके से काम करने की कठिनाईयों का सामना करने की कोशिश की जाती है।

फ्यूचर ट्रेडिंग करने के लिए बहुत सारे strategy होता है, जिसे आपको सिखाना पड़ेगा इसके लिए आप हमारे इस वेबसाइट के Strategy section में जाकर स्टॉक मार्केट के बहुत सारे strategy सीख सकते हैं या फिर आप बुक से, कोई कोर्स लेकर या यूट्यूब वीडियो से strategy अच्छे से सीख सकते हो।

अब कोई भी strategy कहीं से भी सीखें उसे पर सबसे पहले प्रेक्टिस करें, उसके लिए आप छोटे कपड़े से भी प्रैक्टिस कर सकते हैं या फिर पेपर ट्रेडिंग के जरिए भी अच्छे से प्रैक्टिस कर सकते हैं, उसके बाद ही मार्केट में अपने कैपिटल के साथ रिस्क मैनेजमेंट करते हुए उस strategy पर ट्रेडिंग स्टार्ट करें।

What is Future Trading in Hindi?

FAQs

Q: फ्यूचर ट्रेडिंग लाभदायक है?

Ans:- यदि आप फ्यूचर ट्रेडिंग को अच्छे से सीख कर करते हैं तो यह बहुत लाभदायक है क्योंकि इसमें अच्छा खासा मार्जिन मिलता है जिसे आप काम पूंजी में भी अच्छा खासा कर सकते हो।

Q: फ्यूचर ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है?

Ans:- फ्यूचर और ऑप्शन एक प्रकार का डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट है जो उसके underlying asset पर निर्भर करता है।

Q: कौन सा ट्रेडिंग सबसे ज्यादा लाभदायक है?

Ans:- जो ट्रेडिंग आप अच्छे से सीख लेते हैं वही आपके लिए सबसे लाभदायक है क्योंकि सभी प्रकार के ट्रेडिंग में कुछ रिस्क और कुछ रिवॉर्ड है, अगर आप बिना सीखें कोई भी ट्रेडिंग करोगे वे आपके लिए हानिकारक ही होगा।

Q: क्या मैं ट्रेडिंग करके करोड़पति बन सकता हूं?

Ans:- अगर आप ट्रेडिंग को अच्छे से सीखा करेंगे तो आप करोड़पति बन सकते हैं लेकिन बिना सीखें इसमें सट्टा बाजी करोगे तो करोड़पति तो पता नहीं लेकिन सड़क पर जरूर आ जाओगे इसलिए पहले स्टॉक मार्केट को अच्छे से सीखें

Q: फ्यूचर्स या ऑप्शन ट्रेडिंग कौन सा बेहतर है?

Ans:- ऐसे तो फ्यूचर और ऑप्शन दोनों रिस्की ट्रेडिंग है लेकिन फ्यूचर ट्रेडिंग, ऑप्शन ट्रेडिंग के मुकाबले कम रिस्क ट्रेडिंग है। आपको जो ट्रेडिंग समझ में आ जाए वही सबसे बेहतर ट्रेडिंग है।

Q: कौन सी ट्रेडिंग सबसे अच्छी और आसान है?

Ans:- सभी ट्रेडिंग अच्छी है और सभी ट्रेडिंग में थोड़ा बहुत रिस्क है इसलिए जो ट्रेडिंग आपको समझ में आए वही ट्रेडिंग सबसे आसान ट्रेडिंग है और सबसे अच्छा भी।

Q: शुरुआती लोगों के लिए कौन सा ट्रेडिंग सबसे अच्छा है?

Ans:- शुरुआती लोगों को कैश ट्रेडिंग अर्थात स्टॉक में डिलीवरी ट्रेडिंग करना चाहिए इसमें अगर पैसा बनने लग जाए तो ऑप्शन और फ्यूचर ट्रेडिंग के बारे में सोचें।

Q: क्या मैं इंट्राडे ट्रेडिंग में रोजाना 2000 कमा सकता हूं?

Ans:- ट्रेडिंग एक बिजनेस है और बिजनेस से कभी भी रोज इनकम नहीं होता है इसलिए ट्रेडिंग से रोजाना 2000 कमाने के बारे में न सोचें सिर्फ यह सोचेगी मैं एक प्रॉफिटेबल trader कैसे बन सकता हूं।

Q: फ्यूचर ट्रेडिंग में सबसे ज्यादा नुकसान कितना होता है?

Ans:- अगर आप फ्यूचर ट्रेडिंग हेजिंग किए बिना करोगे तो अनलिमिटेड लॉस हो सकता है लेकिन हेजिंग जरिए लॉस को डिफाइन किया जा सकता है।

Q: ऑप्शन कब खरीदना चाहिए?

Ans:- जब आप मार्केट को अच्छे से प्रिडिक्ट करना सीख जाओगे तब आप ऑप्शन में काम कर सकते हो और ऑप्शन खरीद सकते हो।

Q: Future Trading Meaning in Hindi

Ans:- फ्यूचर ट्रेडिंग एक प्रकार का वित्तीय लेनदेन है जिसमें buyer और seller भविष्य में किसी निश्चित तारीख पर एक निश्चित मूल्य पर एक अंतर्निहित परिसंपत्ति (जैसे कि कमोडिटी, मुद्रा, या शेयर) खरीदने या बेचने के लिए सहमत होते हैं। यह एक अनुबंध (contract) है जो भविष्य में निष्पादित होता है।

Q: मुझे किस ट्रेडिंग से शुरुआत करनी चाहिए?

Ans:- अगर आप स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हो तो सबसे पहले कैश ट्रेडिंग से शुरुआत करें अर्थात स्टॉक को डिलीवरी में खरीद बिक्री करें अगर आप इसे अच्छे से सीख गए तो ही ऑप्शन और फ्यूचर के बारे में सोच सकते हैं।

Q: मैं फ्री में शेयर बाजार कैसे सीख सकता हूं?

Ans:- शेयर मार्केट को फ्री में सीखने के लिए आप हमारे blog पढ़ सकते हैं या फिर यूट्यूब चैनल ज्वाइन कर सकते हो की स्टॉक मार्केट कैसे काम करता है

Q: ऑनलाइन ट्रेडिंग कितनी सुरक्षित है?

Ans:- बिना सीखे कोई भी काम करोगे वह असुरक्षित ही होगा, अगर आप ट्रेडिंग को अच्छे से सीख कर करेंगे तो इसके रिस्क को कम कर सकते हो।

Q: फ्यूचर्स में निवेश कैसे करें?

Ans:- फ्यूचर में निवेश करने के तरीके-

  1. चरण:- सेबी-पंजीकृत ब्रोकर से संपर्क करके डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलें। …
  2. चरण:- डिमैट अकाउंट में फ्यूचर और ऑप्शन सेगमेंट (F&N-Segment) एक्टिव करें।
  3. चरण:- आपको अपने बैंक खाते से ट्रेडिंग खाते में धनराशि स्थानांतरित करनी होगी।
  4. चरण:- अब आप ऑनलाइन फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।

Conclusion

मैं आशा करता हूं कि फ्यूचर ट्रेडिंग क्या होती है? पूरी जानकारी हिंदी में आपको समझ में आया होगा, इसके बारे में काफी चीज पता चल गई होगी। अगर कोई सवाल है तो हमसे कमेंट में पूछ सकते हैं।

मैं इस पोस्ट के माध्यम से आपको भारतीय शेयर बाजार में फ्यूचर ट्रेडिंग सीखने का सही तरीका के बारे में समझने की कोशिश किया हूं। जितना हो सके आप शेयर मार्केट को सीख कर ही इसमें काम करें किसी के टिप्स पर आश्रित ना रहे।

अगर आप स्टॉक मार्केट के बारे में और भी कुछ जानना चाहते हैं तो इस ब्लॉग के और भी पोस्ट पढ़ सकते हो स्टॉक मार्केट में हमेशा अपडेट रहना चाहते हो तो इसे सब्सक्राइब कर सकते हो जिससे आपके पास नोटिफिकेशन पूछता रहेगा।

अगर आपको इस पोस्ट में दी गई जानकारी उपयोगी लगी हो तो आप इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर उन लोगों के साथ शेयर कर सकते हैं जिन्हें इस जानकारी की जरूरत है और अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कर सकते हो।

Thank You.

Leave a comment