यदि आप स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करते हैं या इन्वेस्टिंग यह जानना बहुत जरूरी है कि स्टॉक मार्केट कैसे काम करता है? (How to Work Stock Market in Hindi?)
शेयर बाज़ार की दुनिया में प्रवेश करना एक कठिन काम लग सकता है, खासकर शुरुआती लोगों के लिए। हालाँकि, थोड़ी सी समझ और सही दृष्टिकोण (Right approach) के साथ, कोई भी सीख सकता हैं।
इस ब्लॉग पोस्ट में, हम स्टॉक मार्केट में कैसे काम करें इसकी मूल बातें सरल शब्दों में बताएंगे, जिससे यह आपके लिए सुलभ हो सके।
क्यों छोटी-मोटी बातों पर किसी भी शेयर का भाव घट जाता या बढ़ जाता है जिससे निवेशकों का उस शेयर में लगा हुआ पैसा या तो डूब जाता है या फिर अचानक बढ़ जाता है?
बजट पेश होने के बाद जब शेयर मार्केट गिरता है तो ऐसा क्यों बोला जाता है कि उस साल का बजट बाजार को पसंद नहीं आया है इसलिए पूरा शेयर मार्केट धड़ाम से नीचे गिर गया I
आई समझते हैं कि-
Table of Contents
- 1 स्टॉक मार्केट कैसे काम करता है? l Stock Market Kaise Kam Karta Hai?
- 2 स्टॉक एक्सचेंज कैसे काम करता है? | How stock exchange works in Hindi?
- 3 पुराने जमाने में शेयर बाजार कैसे काम करता था?
- 4 शेयर बाजार में बुल और बियर कैसे काम करते हैं?
- 5 आईपीओ क्या होता है और ये कैसे काम करता है?
- 6 शेयर मार्केट में लोग नुकसान कैसे करते हैं?
- 7 FAQ’s
- 7.1 Q: स्टॉक मार्केट कैसे सीखे?
- 7.2 Q: स्टॉक मार्केट की शुरुआत कैसे करें?
- 7.3 Q: शेयर मार्केट में स्टॉक कैसे खरीदें?
- 7.4 Q: शुरुआती लोगों के लिए शेयर बाजार में निवेश कैसे करें?
- 7.5 Q: स्टॉक मार्केट में कितना पैसा लगता है?
- 7.6 Q: भारत में नंबर 1 शेयर बाजार कौन है?
- 7.7 Q: शेयर बेचने के बाद कितने दिन में पैसा आता है?
- 7.8 Q: मैं स्टॉक कहां से खरीदूं?
- 7.9 Q: मोबाइल से ट्रेडिंग कैसे करें?
- 7.10 Q: शेयर बाजार में कितने लोग सफल होते हैं?
- 7.11 Q: ट्रेडिंग कैसे की जाती है?
- 7.12 Q: शेयर मार्केट में 1 दिन में कितना कमा सकते हैं?
- 8 Conclusion
स्टॉक मार्केट कैसे काम करता है? l Stock Market Kaise Kam Karta Hai?
भारत में स्टॉक मार्केट या शेयर बाजार डिमांड और सप्लाई के नियम पर काम करता है जैसे कोई कंपनी अच्छा कर रहा है यानी प्रॉफिटेबल है तो उस कंपनी के शेयर का डिमांड बढ़ जाता है यानी लोग उसे buy करना पसंद करते हैं जिससे उस stock का price भी बढ़ जाता हैं I
वहीं दूसरी तरफ जब कोई कंपनी अच्छा परफॉर्म नहीं करता है तो उस कंपनी के stock का डिमांड काटने लगता है जिससे लोग उसके शेयर बेचे लगते हैं और उसका प्राइस घटता चला जाता हैं I
शेयर बाजार हर छोटी बड़ी कंपनियों को मौका देता है की वह आप और हम जैसे लोगों से पैसा जुटा सके और अपने बिजनेस को बड़ा कर सके इसके बदले में आपको अपना कंपनी में छोटा सा हिस्सेदारी(shareholder) देता हैं।
इसमें गोता लगाने से पहले, मूलभूत अवधारणाओं को समझना महत्वपूर्ण है। स्टॉक किसी कंपनी में स्वामित्व (Ownership) के शेयरों का प्रतिनिधित्व (Represent) करते हैं।
जब आप कोई स्टॉक खरीदते हैं, तो आप उस कंपनी के आंशिक मालिक (Partial owner) बन जाते हैं। शेयर बाज़ार एक ऐसी जगह है जहाँ ये स्टॉक खरीदे और बेचे जाते हैं।
शेयर मार्केट को कौन चलाता है?
स्टॉक मार्केट को कोई एक लोग नहीं चलाते हैं इसे चलाने के लिए हम सब का अहम योगदान हैं I
शेयर मार्केट को चलाने में स्टॉक एजेंसी, ब्रोकर, NSE, BSE, रिटेल इन्वेस्टर, FI, DI इन सब का प्रमुख योगदान होता हैं I
लेकिन इसके अलावा जो शेयर बाजार के पूरे हाल-चाल पर नजर रखता है और किसी भी नियम का उल्लंघन करने पर सजा देता है उसका नाम है SEBI यानी Securities and Exchange Bord of India.
देखा जाए तो SEBI ही शेयर बाजार को चलता है क्योंकि जिसने SEBI के नियमों का पालन नहीं किया वह शेयर बाजार में काम नहीं कर सकता है चाहे वह कोई कंपनी हो, निवेदक हो, ब्रोकर हो या फिर स्वयं stock exchange ही क्यों ना हो I
SEBI क्या हैं?
SEBI एक ऐसा body है जो भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों की सुरक्षा करता है तथा भारतीय शेयर बाजार को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता हैं और बाजार में चल रहे रेगुलेटिव एक्टिविटी (Insider trading, Fraud…) को रोकता हैं I
SEBI, 1992 को स्थापित भारत सरकार की वैधानिक संस्था है. भारतीय बाजार की पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया, SEBI का मुख्यालय मुंबई में है. इस संस्थान के राष्ट्रव्यापी विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालय हैं, जैसे कोलकाता, चेन्नई, अहमदाबाद और नई दिल्ली.
स्टॉक एक्सचेंज कैसे काम करता है? | How stock exchange works in Hindi?
स्टॉक एक्सचेंज एक ऐसा बाजार क्षेत्र (Marketplace) है जहां Buyer और Seller एक साथ ट्रेड करने आते हैं,
स्टॉक एक्सचेंज एक ऐसा संस्था है जहां सारे कंपनियां लिस्टेड होती है इसके शेयर हम खरीदते हैं और इसमें हम ट्रेडिंग करते हैं I
हम डायरेक्ट स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं इसके लिए हमें एक ब्रोकर की जरूरत पड़ती है जिस पर हम डीमेट अकाउंट खोलते हैं और स्टॉक एक्सचेंज (NSE or BSE) पर ट्रेडिंग करते हैं I
भारत में दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है BSE यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और NSE नेशनल स्टॉक एक्सचेंज I
NSE क्या है?
NSE का का फुल फॉर्म नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है, यह एक बाज़ार के रूप में कार्य करता है जहाँ लोग अपने स्टॉक को खरीद और बेच सकते हैं।
जबकि एक स्टॉकब्रोकर आपको ऑर्डर खरीदने और बेचने में मदद करता है, पृष्ठभूमि में स्टॉक एक्सचेंज यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रत्येक खरीदार एक उपयुक्त विक्रेता से मिले।
BSE क्या है?
BSE का का फुल फॉर्म बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज है, यह भी एक बाजार की रूप में कार्य करता है जहां लोग अपने स्टॉक को खरीद और बेच सकते हैं I
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारत का पुराना स्टॉक एक्सचेंज है जो की प्राइवेट है जिस पर ब्रोकर ने 1875 से ट्रेडिंग करना शुरू कर दिया था I लेकिन बाद में जब स्टॉक एक्सचेंज लोकप्रिय होने लगा जिससे सरकार ने भी 1992 मैं एक सरकारी स्टॉक एक्सचेंज NSE का स्थापना कर दिया I
NSE एशिया का सबसे बड़ा स्टॉक एजेंसी है और विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज हैं I
निफ्टी क्या होता है? | What is Nifty in Hindi?
Nifty का पूरा नाम ‘National Fifty’ है; यह NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) का मुख्य सूची है। Nifty की शुरुआत 1996 में CNX Nifty के नाम से हुई थी।
इसे 2015 में Nifty 50 के नाम से जाना जाने लगा। Nifty, NSE पर सूचीबद्ध 1,800 से अधिक शेयरों में से 50 सबसे बड़े और पैसा निकालने में आसान शेयरों का समूह है।
ये 50 सबसे बड़ी कंपनियां विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों से हैं I Nifty 50, भारत की अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार की स्थिति और परिस्थिति का संकेत देती हैं।
सेंसेक्स क्या होता है? | What is Sensex in Hindi?
सेंसेक्स BSE यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज द्वारा बनाए गए एक Index है जिसमें देश के 13 अलग अलग सेक्टर से 30 सबसे बड़ी कंपनियों को इंडेक्स किया जाता है।
सेंसेक्स की शुरुआत 1 जनवरी 1986 को की गई थी। इसमें कुल 30 कंपनियां शामिल हैं। इस कारण इसको BSE30 के नाम से भी जाना जाता है। सेंसेक्स के उतार चढ़ाव से ये पता चलता है कि देश की बड़ी कंपनियों और शेयर बाजार की क्या स्थिति है?
निफ़्टी और सेंसेक्स कैसे काम करता है? | How Sensex and Nifty Works in Hindi?
Nifty 50 कंपनियों का एक Index हैं। यदि 50 कंपनियों का एवरेज बढ़ेगा तो निफ्टी भी बढ़ेगा या फिर 50 कंपनियों का एवरेज घटेगा तो निफ्टी भी नीचे जाएगा।
Nifty का बढ़ना और घटना भारत का इकोनामी और भारतीय शेयर बाजार मैं होने वाले उतार चढ़ाव का संकेत देता हैं।
ठीक इसी प्रकार सेंसेक्स 30 बड़े कंपनियों का एक इंडेक्स है यदि इन 30 कंपनियों का एवरेज बढ़ेगा तो सेंसेक्स भी बढ़ेगा या फिर 30 कंपनियों का एवरेज घटेगा तो सेंसेक्स भी घटेगा I
सेंसेक्स का उतार चढ़ाव भी भारत का इकोनामी और भारतीय शेयर बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव का संकेत देता हैं।
2020 में जब कोरोना आया था तब Nifty और Bank Nifty 35% से 40% तक गिर गया था और Recover भी बहुत तेजी से हुआ
ऐसे में बहुत लोगों को भारी नुकसान हुआ और बहुत लोग बहुत मोटा पैसा बनाए I जो लोग मार्केट गिरने के बाद बाय किया इस तेजी से Recovery में बहुत मोटा पैसा बनाया I
पुराने जमाने में शेयर बाजार कैसे काम करता था?
आज तो एक ही क्लिक पर शेयर को खरीद या भेज सकते हैं लेकिन पुराने जमाने में ऐसा नहीं होता था उस समय शेयर को खरीदने और बेचने के लिए आपको खुद स्टॉक एक्सचेंज पर जाना पड़ता था जो मुंबई में हैं।
अब आप खुद सोचिए अगर आज आपको शेयर खरीदने के लिए स्टॉक एक्सचेंज पर जाना पड़े तो कितना मुश्किल होगा I सोचिए पुराने जमाने में शेयर मार्केट कैसे काम करता था जब ना तो कोई ब्रोकर app था और ना ही कंपनियों की जानकारियां ऑनलाइन उपलब्ध थी I
जब कंप्यूटर आई और इंटरनेट थोड़ा बहुत उपलब्ध होने लगा तब हर शहर में एक या दो डिस्काउंट ब्रोकर हुआ करते थे जो डिमैट अकाउंट खोलते और वही ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग करते थे I
इस समय तक सभी के पास मोबाइल फोन और इंटरनेट नहीं हुआ करता था I
पुराने जमाने में रिटेल इन्वेस्टर किसी से टिप लेकर या फिर टीवी चैनल या अखबारों में देख कर share को buy कर लेते थे I
शेयर बाजार में बुल और बियर कैसे काम करते हैं?
शेयर बाजार में Bull और Bear का संबंध शेयर मार्केट को ऊपर और नीचे जाने से है यानी जब शेयर मार्केट ऊपर जाता है तो बोला जाता है कि Bull run शुरू हो गई है, और जब शेयर मार्केट गिरता है तो इसे Bear run बोला जाता हैं।
उदाहरण के लिए- जब 2020 में हमारे देश में लॉकडाउन का अनाउंसमेंट हुआ था तो चारों तरफ एक डर फैल गई थी और शेयर मार्केट धर्म से नीचे गिर गया और लगातार नीचे ही गिरता जा रहा था उसे समय पर उसे Bear run बोला जा रहा था I
और जब कोरोना खत्म होने लगा और इकोनॉमी में सुधार होने लगी तो मार्केट तेजी से रिकवर करने लगा I मार्केट के इस पेज पेज phase को Bull run बोला जा रहा था I
जो लोग मार्केट के ऊपर चढ़ते वक्त खरीदने हैं उसे Bull बोला जाता है और जो लोग मार्केट को नीचे गिरते वक्त खरीदने हैं उसे Bear बोला जाता हैं।
आपने सुना होगा कि इंडिया के सबसे अमीर इन्वेस्टर राकेश झुनझुनवाला को Big bull बोला जाता हैं। कभी आपने यह सोचा कि इन्हें बिग बुल क्यों बोला जाता हैं।
राकेश झुनझुनवाला को बिग बुल इसलिए बोला जाता है क्योंकि जब राकेश झुनझुनवाला किसी स्टॉक में पैसा लगाते हैं तो मार्केट भी इस स्टॉक में पैसा लगने लगता है और इस तरह उसे स्टॉक का प्राइस बहुत तेजी से बढ़ने लगता हैं।
आईपीओ क्या होता है और ये कैसे काम करता है?
IPO का फुल फॉर्म Initial Public Offer होता हैं। जब कोई कंपनी पहली बार शेयर मार्केट में लिस्ट होता है तो यह आईपीओ के थ्रू लिस्ट होता है
उदाहरण के लिए-
मान लीजिए ABC कोई कंपनी हैं। इस कंपनी को अपना व्यापार बढ़ाने के लिए बढ़ाने के लिए 1 Cr की जरूरत पड़ेगी I
इसके पास दो ऑप्शन है या तो बैंक से जाकर लोन ले या फिर दोस्त लोगों से हेल्प ले, यह छोटा amount है नहीं जो दोस्त लोग हेल्प करते हैं और बैंक भी ऐसे लोग देगा नहीं I
अब इसके पास केवल एक रास्ता बचा है कि अपनी कंपनी के कुछ हिस्से यानी शेयर को बेच दे I
इसके लिए अपने कंपनी को शेयर मार्केट में लिस्ट करवाना पड़ेगा (NSE या BSE पर) इसके लिए कुछ कागजी वर्क करना पड़ता है और अपनी कंपनी की जानकारी स्टॉक एक्सचेंज और SEBI को देनी पड़ती हैं।
जब आपको अप्रूवल मिल जाता है तो आपने जिस कीमत पर अपने शेयर को वैल्यू लगाई होती है उस कीमत पर लोग उसे खरीदने लगते हैं और जब आपके पूरे शेयर बिक जाते हैं तो पैसा आपके पास आ जाता है और आपकी कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट हो जाती हैं।
इस प्रकार कोई भी कंपनी शेयर मार्केट से अपने जरूरत के हिसाब से पैसे इकट्ठा कर सकती है और अपने व्यापार को बढ़ा सकती है I जैसे-जैसे कंपनी मुनाफा करती है तो उसके शहर का price भी बढ़ जाता है और जिन लोग ने इन कंपनी के शहर में पैसा लगाए होते हैं उनका पैसा भी बढ़ जाता हैं और वह लोग भी मुनाफा कम आते हैं I
शेयर मार्केट में लोग नुकसान कैसे करते हैं?
नुकसान होना शेयर मार्केट की सबसे बड़ी समस्या है। क्योंकि हम सब ने सुना है और देखा है की 100 में से 90 लोग शेयर मार्केट में नुकसान में रहते हैं।
स्टॉक मार्केट में प्रॉफिट बनाने से ज्यादा जरूरी है की लॉस कम से कम हो क्योंकि जब हम सीखने के दौरान ही ज्यादा लॉस कर लेंगे तो जब हम स्टॉक मार्केट को सीख जाएंगे तो हमारे पास फंड ही नहीं बचेगा ट्रेड करने के लिए,
इसलिए शुरुआत में प्रॉफिट बनाने से ज्यादा लॉस पर ध्यान देना है जितना कम से कम लॉस हो उतना अच्छा होगा हमारे लिए।
स्टॉक मार्केट में लॉस होने के कुछ प्रमुख कारण-
ऐसे तो स्टॉक मार्केट में लॉस होने का बहुत-से कारण है, इसमें से कुछ कारण पर विस्तार से बात किए हैं
अगर इन गलतियों को आप सुधार लिए तो विश्वास मानिए आपका ट्रेडिंग बहुत ही अच्छा हो जाएगा आप लॉस कम से काम करेंगे और एक प्रॉफिटेबल ट्रेड बन सकते हैं।
ज्ञान और अनुसंधान का अभाव | Lack of Knowledge and Research
व्यक्तियों को शेयर बाज़ार में घाटा होने का एक मुख्य कारण पर्याप्त ज्ञान और अनुसंधान (Research) की कमी है। बुनियादी बातों को समझे बिना निवेश में कूदना आंखों पर पट्टी बांधकर भूलभुलैया में घूमने के समान हो सकता है।
सफल निवेशक (Successful investors) कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले शेयर बाजार, वित्तीय साधनों (Financial instruments) और कंपनी के बुनियादी सिद्धांतों (Company fundamentals) के बारे में खुद को शिक्षित करने में समय लगाते हैं।
इसलिए आप भी जब किसी भी कंपनी का खरीदने हैं या इन्वेस्टमेंट करते हैं तो उसे कंपनी के बारे में पूरा ज्ञान लीजिए जैसे-उसका फंडामेंटल एनालिसिस करें, कंपनी के बारे में जाने और साथ ही टेक्निकल एनालिसिस भी करें।
भावनात्मक निर्णय लेना | Emotional Decision-Making
स्टॉक मार्केट या ट्रेडिंग में भावनाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, और डर (Fear) और लालच (Greed) के कारण निर्णय लेने में बहुत सारी कठिनियां होती है।
जब शेयर की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है, तो निवेशक घबरा जाते हैं और घाटे को कम करने के लिए अपनी हिस्सेदारी बेच देते हैं या, इसके विपरीत, बाजार के उत्साह के दौरान आवेग में खरीदारी कर लेते हैं।
इसी भावनात्मक निर्णयों के परिणामस्वरूप अक्सर ऊंची खरीदारी होती है और कम कीमत पर बिक्री होती है, जिससे काफी नुकसान झेलना पड़ता है।
इसलिए हमें अपना इमोशन पर कंट्रोल रखना पड़ेगा। या एक दिन में नहीं सीख सकते हैं इसके लिए हमें मार्केट को टाइम देना पड़ेगा और यह सब प्रेक्टिस से सीखा जा सकता है।
टिप्स और अपवाह पर अत्यधिक निर्भरता | Overreliance on Tips and Rumors
इन दिनों हम लोगों पर सोशल मीडिया, दोस्तों और समाचार आउटलेट्स सहित विभिन्न स्रोतों से स्टॉक टिप्स और अफवाहों की बौछार हो रही है।
हम लोग भी रिसर्च किए बिना किसी भी टिप्स को सही मान लेते हैं और उस पर इन्वेस्टमेंट कर देते हैं जिससे हमें काफी बड़ा नुकसान हो जाता है।
क्योंकि यह टिप्स रिटेल इन्वेस्टर को फसाने के लिए ही दिया जाता है इसलिए स्टॉक मार्केट को सीखे बिना हमें इसमें पैसा नहीं लगना चाहिए और किसी भी टिप्स या अफवाह है विश्वास नहीं करना है।
इन दिनों टिप्स देने वाले फेक P&L दिखाकर लोगों को झूठे सपने दिखाते हैं और जिससे लोग उनके जाल में फसल जाते हैं और अपना मेहनत का पैसा नुकसान कर जाते हैं। इसलिए पहले आप आप अच्छे से स्टॉक मार्केट सीखे उसके बाद ट्रेडिंग इन्वेस्टिंग करें।
रिस्क मैनेजमेंट की अनदेखी | Ignoring Risk Management
स्मार्ट निवेदक रिस्क मैनेजमेंट को समझते हैं और इस महत्व देते हैं। क्योंकि निवेश करते वक्त रिस्क को मैनेज करना बहुत जरूरी होता हैं। अगर आप रिस्क को मैनेज नहीं करते हैं तो मार्केट से कभी भी बाहर हो सकते हैं।
क्योंकि मार्केट में कभी भी कोई अच्छाखराब या खराब न्यूज़ आने से स्टॉक मार्केट के किसी भी सेक्टर में 10 से 15% बट या घट सकता है जिससे आपको बहुत बड़ा नुकसान हो सकता है इसलिए हम लोग रिस्क मैनेजमेंट करते हैं।
इसके अतिरिक्त, स्टॉप-लॉस ऑर्डर सेट न करना, जो किसी स्टॉक को पूर्व निर्धारित मूल्य पर पहुंचने पर स्वचालित रूप से बेच देता है, निवेशकों को असीमित नकारात्मक जोखिम के लिए उजागर करता है।
शेयर बाज़ार में निवेश करना फायदेमंद और चुनौतीपूर्ण दोनों हो सकता है। स्टॉक मार्केट के जटिलता को समझने के लिए और कठिनाई यो को सफलतापूर्वक पर करने के लिए शेयर बाजार में घाटे के पीछे के कारण को समझना जरूरी है।
स्टॉक मार्केट के नुकसान से कैसे बचे? | How to Avoid Stock Market Losses?
स्टॉक मार्केट के नुकसान से बचने के लिए खुद को शिक्षित करें, खुद को शिक्षित करके, इमोशंस (Emotions) को मैनेज करें, खुद से रिसर्च करें, स्टॉप-लॉस ऑर्डर सेट रखें, रिस्क को मैनेज करें, पूर्व निर्धारित करें कि कितने समय के लिए इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं।
यदि आपको स्टॉक मार्केट के नुकसान से बचना है तो किसी के टिप्स पर आश्रित ना हो जितना हो सके खुद सीखें और फिर इन्वेस्टमेंट या ट्रेड करें। इसे सीखने के लिए यूट्यूब वीडियो या ब्लॉग का सहारा ले सकते हैं या फिर मार्केट में बहुत सारे बुक भी उपलब्ध है जिससे आप स्टॉक मार्केट को सीख सकते हैं।
स्टॉक मार्केट में ज्यादातर लोग डेरिवेटिव ट्रेडिंग अर्थात फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग में करते हैं क्योंकि यह सबसे ज्यादा रिस्की है अगर आपको इस लॉस से बचाना है तो सबसे पहले आप फीचर ऑप्शन में मत कूदना पहले कुछ दिन स्टॉक में ट्रेडिंग कर लेना उसके बाद फ्यूचर के बारे में सोचना।
FAQ’s
Q: स्टॉक मार्केट कैसे सीखे?
Ans:- स्टॉक मार्केट सीखने के लिए आप ब्लॉक, बुक पढ़ सकते हो या फिर यूट्यूब वीडियो देखें कर सकते हो।
Q: स्टॉक मार्केट की शुरुआत कैसे करें?
Ans:- शेयर बाजार में निवेश करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान
- हमेशा आपको वैल्यूएशन पर ध्यान देना चाहिए।
- यदि आप शेयर बाजार में नए हैं तो आप वित्तीय सलाहकार की मदद लें।
- अनाधिकृत टिप्स से बचें
- नए निवेशक किसी एक कंपनी पर ज्यादा निवेश ना करें
- शेयर बाजार में लॉन्ग टर्म निवेश करें
Q: शेयर मार्केट में स्टॉक कैसे खरीदें?
Ans:- शेयर मार्केट में स्टॉक खरीदने के लिए सबसे पहले डिमैट अकाउंट खोलना पड़ेगा जैसे- Zerodha, Upstock, Fyers … और फिर NSE और BSE से स्टॉक खरीद सकते हैं।
Q: शुरुआती लोगों के लिए शेयर बाजार में निवेश कैसे करें?
Ans:- शुरुआती लोग शेयर बाजार में निवेश निम्न प्रकार से कर सकते हैं।
- सबसे पहले शेयर बाजार के Basic को सीखे।
- उसके बाद डिमैट अकाउंट खोलें।
- और इक्विटी (Equity) से निवेश की शुरुआत करें।
Q: स्टॉक मार्केट में कितना पैसा लगता है?
Ans:- यह आप पर निर्भर करता है कि स्टॉक मार्केट में कितना पैसा लगा सकते हैं। कम से कम 1₹ भी लग सकता है और अधिक से अधिक जितना लगा सकते हैं उतना पैसा लगा सकता है।
Q: भारत में नंबर 1 शेयर बाजार कौन है?
Ans:- भारत में नंबर 1 शेयर बाजार NSE है जहां सबसे ज्यादा ट्रेड की जाती है। NSE एशिया का सबसे बड़ा और विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है।
Q: शेयर बेचने के बाद कितने दिन में पैसा आता है?
Ans:- फिलहाल तो शेयर बचने के बाद एक दिन में आपके अकाउंट में पैसा आ जाता है। जल्द ही T+0 रूल लागू होने वाला है जिससे जिस दिन शेयर को बेचेंगे उसी दिन आपके अकाउंट में पैसा आ जाएगा।
Q: मैं स्टॉक कहां से खरीदूं?
Ans:- सबसे पहले आप डिमैट अकाउंट खुलाऐ उसके बाद NSE और BSE के माध्यम से स्टॉक खरीद सकते हैं।
Q: मोबाइल से ट्रेडिंग कैसे करें?
Ans:- सबसे पहले अपने मोबाइल में Play Store से कोई स्टॉक ब्रोकर App डाउनलोड करें और उसमें डिमैट अकाउंट खुलाऐ इसके बाद आप इसमें ट्रेडिंग कर सकते हैं।
Q: शेयर बाजार में कितने लोग सफल होते हैं?
Ans:- SEBI रिपोर्ट से सिर्फ 11% ही स्टॉक मार्केट में फल हो पाते हैं। लेकिन अगर आप अच्छे से सीख कर ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग करेंगे तो आप सफल जरूर होंगे क्योंकि कोई भी करियर हो या फिर एग्जाम वहां 1-2% से ज्यादा सक्सेस रेट नहीं होता है।
Q: ट्रेडिंग कैसे की जाती है?
Ans:- ट्रेनिंग करने के तरीके-
- चरण सेबी-पंजीकृत ब्रोकर से संपर्क करके डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलें। …
- चरण खाता खुल जाने के बाद, आपको अपने बैंक खाते से ट्रेडिंग खाते में धनराशि स्थानांतरित करनी होगी।
- चरण अब आप ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।
Q: शेयर मार्केट में 1 दिन में कितना कमा सकते हैं?
Ans:- शेयर मार्केट में अब जितना अधिक पैसा लगाएंगे उतना अधिक कामाएंगे। यदि आप F&O मैं काम करते हैं जो सबसे ज्यादा रिस्की है, तो 5-10% एक दिन में कमा रहे हो बहुत है।
Conclusion
में आशा करता हूं कि यह ब्लॉक ” स्टॉक मार्केट कैसे काम करता है?” हिंदी में पूरी जानकारी समझ में आया होगा, स्टॉक मार्केट के बारे में काफी नई चीज पता चल गई होगी। अगर कोई सवाल हो तो हमसे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
मैं इस पोस्ट के माध्यम से आपको भारतीय शेयर बाजार कैसे काम करता है, काफी सरल भाषा में समझाने की कोशिश किया हूं। जितना हो सके आप शेयर मार्केट को सीख कर ही इसमें काम करें किसी के टिप्स पर आश्रित ना रहे।
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Thank You.
Thank you sir
Very nice
This is very good way to learn all about Stock Market
Thank you dear